गुरुग्राम: उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद सोहना में अवैध रूप से जल का दोहन हो रहा है. भले ही गुरुग्राम जिले के अंतर्गत आने वाले गावों के किसानों को कृषि उपयोग के लिए बोरिंग करने पर माननीय उच्च न्यालय द्वारा गिरते जलस्तर पर चिंता जताते हुए पाबंदी लगाई गई हो, लेकिन सोहना में अवैध रूप से चलने वाले करीब तीन दर्जन से अधिक सर्विस स्टेशन जमकर चांदी कूट रहे हैं. जिसकी तरफ जिले के उच्च अधिकारियों का ध्यान नहीं जाता है.
सरेआम पानी की बर्बादी
सोहना में माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का मजाक उड़ाया जा रहा है. यहां पाबंदी के बावजूद सरेआम पानी की बर्बादी की जा रही है. वहीं पानी को नाले में बहाया जा रहा है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि उक्त सर्विस स्टेशन संचालकों ने नगर परिषद के साथ-साथ सोहना में तैनात उच्च अधिकारियों का भी आर्शीवाद लिया हुआ है. जिससे इनका धंधा दिन दोगुना और रात चौगुना हो रहा है.
सर्विस स्टेशनों पर डोमेस्टिक कनेक्शन
आपको बता दें कि बिजली विभाग ने किसान को भले ही कृषि के लिए बिजली के कनेक्शन न दिए हों और बोरिंग करने पर भी पाबंदी लगाई गई हो, लेकिन सर्विस स्टेशनों पर आज भी कमर्शियल की जगह डोमेस्टिक कनेक्शन दिए हुए हैं.
अब देखना ये होगा कि क्या मौजूदा सरकार माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करने वाले और अवैध रूप से चलने वाले इन अवैध सर्विस स्टेशनों पर पाबंदी लगा कर लापरवाह अधिकारियों पर कानूनी नकेल कस पाएगी या फिर उक्त सर्विस स्टेशन यूं ही अवैध रूप से जल दोहन कर जलस्तर को गिरा कर अदालत के आदेशों की अवहेलना करते रहेंगे.
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