गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में कुष्ठ रोग के मरीजों की पहचान के लिए अब स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम में हर दस्तक अभियान की शुरुआत कर रहा है. गुरुग्राम में कुष्ठ रोग बढ़ता जा रहा (infection of leprosy in Gurugram) है. मरीजों की पहचान के लिए अब स्वास्थ्य विभाग ने ये अभियान शुरू किया है.
कुष्ठ रोग के सक्रिय मरीज: दरअसल टीबी और कोरोना की तरह कुष्ठ रोग भी सांसो से फैलता है. गुरुग्राम में फिलहाल कुष्ठ रोग के 35 सक्रिय मरीज (active patients of leprosy) हैं. जिसमे से 17 मरीज इस साल गुरुग्राम से सामने आए हैं. कुष्ठ रोग की पड़ताल के लिए आगामी 6 अक्टूबर से स्वास्थ विभाग घर-घर जाकर लोगों की जांच करेगा.
कैसे फैलता है कुष्ठ रोग: गुरुग्राम स्वास्थ विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. केशव ने बताया कि यह एक बैक्टीरिया है खांसने से, छींकने से और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से कुष्ठ रोग फैलता है. टीबी, कोरोना और कुष्ठ रोग सांस के जरिेए फैलता है. स्किन शून्य हो जाती है. स्किन में धब्बे पड़ जाते हैं. कुष्ठ रोग होने से हाथ पैर में प्रभाव पड़ता है. हाथ या पैर की उंगलिया टेढ़ी होने लगती हैं. शरीर पर कोई धब्बा अगर हो जाए तो उसे तुरंत स्किन रोग विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं.
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. केशव के मुताबिक इस बीमारी का पता लगाने के लिए त्वचा की अलग-अलग जांच होती है. जिसके बाद ही कुष्ठ रोग (leprosy in gurugram) की पुष्टि हो पाती है. कुष्ठ रोग के इलाज के लिए इसका पूरा कोर्स किया जाता है. बहरहाल स्वास्थ विभाग भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहा है.
कुष्ठ रोग से बचाव : (prevention of leprosy) डॉ. केशव ने बताया कि अगर कुष्ठ रोग के लक्षण आपको नजर आ रहे हैं तो सबसे पहले आप संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आएं. इसके साथ ही आप किसी त्चचा रोग विशेषज्ञ से मिलकर जांच कराएं जिससे रोग स्पष्ट हो सके. डॉक्टर द्वारा बताए गई सलाह को जरूर मानें.