गुरुग्राम: शहर के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के फील्ड टेक्नीशियन मंगलवार को अचानक हड़ताल पर (Field technicians strike in Gurugram) चले गए. ये कर्मचारी अपनी लंबित पड़ी मांग को लेकर दो दिन के सांकेतिक धरने पर हैं. कर्मचारियों का कहना है कि जीएमडीए अधिकारियों की मनमानी के कारण उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है. चार साल से उनका वेतन नहीं बढ़ाया गया है. अब विभाग ने एक नई पोस्ट क्रिएट कर दी है, जिस पर उनसे कम अनुभव के इंजीनियर की भर्ती अधिक वेतन पर की जा रही है.
दरअसल, साल 2018 में जीएमडीए के गठन के बाद फील्ड टेक्नीशियन की भर्ती की गई थी. इन्हें शहर में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखने व नई योजनाओं को तैयार करने में किए जाने वाले सर्वे आदि की फील्ड रिपोर्ट देनी होती है. इनका मुख्य कार्य अन्य विभागों में कार्यरत जेई के समान होता है, लेकिन जीएमडीए ने जेई पद को फील्ड टेक्नीशियन का नाम दिया हुआ है. कर्मचारियों ने बताया कि जीएमडीए में करीब 70 फील्ड टेक्नीशियन भर्ती किए गए थे, जिनकी आज तक सेलरी नहीं बढ़ाई गई है. जब भी वह अधिकारियों से बात करते हैं तो उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया जाता है कि उनकी सेलरी बढ़ोतरी की फाइल मुख्यमंत्री के पास लंबित है.
फील्ड टेक्नीशियनों का कहना है कि उन्हें नगर निगम, एचएसवीपी के जेई के समान वेतन दिया जाए. प्रत्येक वर्ष उनकी वेतन में नियमानुसार 5 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए. इसके अलावा उनके पद का नाम फील्ड टेक्नीशियन से बदलकर जेई या इंजीनियर-3 रखा जाए. वहीं, सभी फील्ड टेक्नीशियन को मेडिकल सेवा मुहैया कराई जाए. इसको लेकर उन्होंने दो दिन की सांकेतिक हड़ताल शुरू की है. कर्मचारियों का कहना है कि यदि दो दिन में आला अधिकारी कोई निर्णय नहीं लेते हैं तो वह अपनी हड़ताल को अनिश्चितकाल में तब्दील कर देंगे. इसमें हड़ताल में जीएमडीए कार्यालय (Gurugram Metropolitan Development Authority) के सभी कर्मचारी शामिल हो जाएंगे.
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