नशे को ना: गुरदास मान और योगराज सिंह ने युवाओं से की नशे से दूर रहने की अपील - गुरदास मान अपील नशा छोड़ो
'इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज' के अवसर पर मशहूर गायक गुरदास मान और पूर्व भारतीय क्रिकेटर एवं अभिनेता योगराज सिंह ने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील की है.
गुरुग्राम: 26 जून को दुनिया भर में 'इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज' मनाया जाता है. जिसमें लोगों से ये अपील की जाती है कि वे नशों से दूर रहें. इस मौके पर भारत में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ओर से कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं ताकि युवाओं को नशों के खिलाफ जागरूक किया जा सके.
इस बार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने जानी मानी हस्तियों को भी अपने साथ जोड़ा है. देश के जाने-माने गायक गुरदास मान ने इस मुहिम में अपना योगदान देते हुए युवाओं से अपील की है कि वे नशे से दूर रहें और जिंदगी का आनंद उठाएं.
वहीं पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर और क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह नशे के जितने पास जाएंगे उतना ही पास मौत के भी जाएंगे. नशा करने के बाद कुछ देर के आनंद के लिए वे अपनी पूरी जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं इसलिए वे नशे से दूर रहें. उन्होंने कहा कि वे सभी युवाओं से यह वादा चाहते हैं कि वे जिंदगी में कभी नशे को हाथ नहीं लगाएंगे.
कब शुरू हुआ 'इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज'
प्रतिवर्ष 26 जून को 'अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस' मनाया जाता है. नशीली वस्तुओं और पदार्थों के निवारण के लिए 'संयुक्त राष्ट्र महासभा' ने 7 दिसंबर 1987 को यह प्रस्ताव पारित किया था और तभी से हर साल लोगों को नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से इसे मनाया जाता है. इस दिन नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और तस्करी से संबंधित मुद्दों के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए मनाया जाता है. नशीली दवाओं के दुरुपयोग में कोकीन, हॉल्यूकिनोजेन्स, कैनबीज, सीडेटिव हिप्नोटिक्स और ओपिएट्स जैसी दवाओं का इस्तेमाल करना ही नहीं है, बल्कि दर्द निवारक दवाओं, नींद की गोलियों और ट्रांक्विलाइजर्स जैसी दवाओं का सेवन भी शामिल है. वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट 2017 के अनुसार, लगभग एक अरब लोगों ने साल 2015 में कम से कम एक बार ड्रग्स का इस्तेमाल किया.
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