ETV Bharat / city

गुरुग्राम में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, यूएसए और कनाडा के लोगों को तकनीकी मदद देने के नाम पर करते थे ठग्गी - गुरुग्राम में फर्जी कॉल सेंटर

पुलिस ने गुरुग्राम में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर छह लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग अमेरिका और कनाडा के लोगों को तकनीकी मदद मुहैया कराने के बहाने ठगते थे. आरोपियों की पहचान कॉल सेंटर के प्रबंधक अभिलाष सिंह, थाचांग तुंगशानाओ, विकास भडाना, पारस सूद, अविनाश और राम बिशुआ के तौर पर हुई है. (Farud In Gurugarm)

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Sep 1, 2022, 11:19 AM IST

गुरुग्राम: यूएसए और कनाडा के लोगों से तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने भंडाफोड़ किया (Fake Call Center Busted In Gurugram) है. पुलिस ने आरोपियो के पास से कम्प्यूटर सिस्टम, 7 डेक्सटॉप व एक मॉडम भी बरामद किया है. कॉल सेंटर सेक्टर-42 इलाके में चल रहा था. पुलिस ने कॉल सेंटर के मैनेजर समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की शिनाख्त तचंग तुंगसानो, विकास भड़ाना, पारस सूद, अविनाश, राम बिशुआ और अभिलाष सिंह के रूप में हुई है। इसमें से अभिलाष सिंह कॉल सेंटर का मैनेजर है.

एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि बुधवार को साइबर क्राइम थाना प्रबंधक को सूचना मिली थी कि सेक्टर-42 के मकान संख्या 120 पी गुरूग्राम में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा (Fake Call Centre In Gurugram) है. सूचना पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने मौके पर जाकर छापा मारा जहां उक्त मकान के बेसमेंट में एक कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा था.

पुलिस टीम ने जब मौके पर मौजूद मैनेजर से कॉल सेंटर के संबंध में वैध दस्तावेज मांगे तो वह कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सका. पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर के मैनेजर से कॉल सेंटर संचालन से संबंधित दस्तावेज मांगे तो वो कोई दस्तावेज नही दिखा पाया. पुलिस द्वारा उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120B & 66D, 75 IT ACT के तहत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन गुरुग्राम (Cyber Crime Police Station Gurugram) में मामला दर्ज किया गया है.

गिफ्ट कार्ड खरीदवाकर करते थे ठगी- पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कॉल सेंटर का मालिक सचिन तनेजा विभिन्न माध्यमों से अमेरिका व कनाडा के लोगों को तकनीकी सहायता देने के लिए संपर्क करता था. जिसमें कई तरह के एंटी वायरस इंस्टॉल करने व अन्य सहायता के लिए पॉपअप भेजता था. इसी के जरिए कंप्यूटर में तकनीकी समस्या पैदा कर देता था. उसके बाद मदद के नाम पर 200-500 डॉलर ठग लिया जाता था. ठगी किए गए डॉलर के ये गिफ्टकार्ड खरीदवाकर रुपये प्राप्त कर लेते थे. गुरुग्राम में ठगी (fraud in gurugram) का ये खेल काफी दिनों से चल रहा था.

40-45 हजार रुपये देता था सैलरी- एसपी ने बताया कि जिस मकान की बेसमेन्ट में ये यह फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे वह मकान कॉल सेंटर मालिक सचिन तनेजा का है. ये सभी पहले एक कॉल सेंटर में काम करते थे. पिछले 1 साल से इस कॉल सैन्टर में नौकरी कर रहे है. कॉल सैन्टर का मालिक सचिन तनेजा इन्हें 40-45 हजार रुपये प्रतिमाह सेलरी देता है और सैलरी के अतिरिक्त इन्हें इन्सेन्टिव भी मिलता है. अब तक यह लोग सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बना चुके है जिनसे करोड़ो रुपयों की ठगी कर चुके हैं. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि यह लोग कितने लोगों को चूना लगा चुके है.

गुरुग्राम: यूएसए और कनाडा के लोगों से तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने भंडाफोड़ किया (Fake Call Center Busted In Gurugram) है. पुलिस ने आरोपियो के पास से कम्प्यूटर सिस्टम, 7 डेक्सटॉप व एक मॉडम भी बरामद किया है. कॉल सेंटर सेक्टर-42 इलाके में चल रहा था. पुलिस ने कॉल सेंटर के मैनेजर समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की शिनाख्त तचंग तुंगसानो, विकास भड़ाना, पारस सूद, अविनाश, राम बिशुआ और अभिलाष सिंह के रूप में हुई है। इसमें से अभिलाष सिंह कॉल सेंटर का मैनेजर है.

एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि बुधवार को साइबर क्राइम थाना प्रबंधक को सूचना मिली थी कि सेक्टर-42 के मकान संख्या 120 पी गुरूग्राम में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा (Fake Call Centre In Gurugram) है. सूचना पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने मौके पर जाकर छापा मारा जहां उक्त मकान के बेसमेंट में एक कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा था.

पुलिस टीम ने जब मौके पर मौजूद मैनेजर से कॉल सेंटर के संबंध में वैध दस्तावेज मांगे तो वह कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सका. पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर के मैनेजर से कॉल सेंटर संचालन से संबंधित दस्तावेज मांगे तो वो कोई दस्तावेज नही दिखा पाया. पुलिस द्वारा उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120B & 66D, 75 IT ACT के तहत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन गुरुग्राम (Cyber Crime Police Station Gurugram) में मामला दर्ज किया गया है.

गिफ्ट कार्ड खरीदवाकर करते थे ठगी- पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कॉल सेंटर का मालिक सचिन तनेजा विभिन्न माध्यमों से अमेरिका व कनाडा के लोगों को तकनीकी सहायता देने के लिए संपर्क करता था. जिसमें कई तरह के एंटी वायरस इंस्टॉल करने व अन्य सहायता के लिए पॉपअप भेजता था. इसी के जरिए कंप्यूटर में तकनीकी समस्या पैदा कर देता था. उसके बाद मदद के नाम पर 200-500 डॉलर ठग लिया जाता था. ठगी किए गए डॉलर के ये गिफ्टकार्ड खरीदवाकर रुपये प्राप्त कर लेते थे. गुरुग्राम में ठगी (fraud in gurugram) का ये खेल काफी दिनों से चल रहा था.

40-45 हजार रुपये देता था सैलरी- एसपी ने बताया कि जिस मकान की बेसमेन्ट में ये यह फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे वह मकान कॉल सेंटर मालिक सचिन तनेजा का है. ये सभी पहले एक कॉल सेंटर में काम करते थे. पिछले 1 साल से इस कॉल सैन्टर में नौकरी कर रहे है. कॉल सैन्टर का मालिक सचिन तनेजा इन्हें 40-45 हजार रुपये प्रतिमाह सेलरी देता है और सैलरी के अतिरिक्त इन्हें इन्सेन्टिव भी मिलता है. अब तक यह लोग सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बना चुके है जिनसे करोड़ो रुपयों की ठगी कर चुके हैं. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि यह लोग कितने लोगों को चूना लगा चुके है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.