गुरुग्राम: साइबर सिटी में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है. दीपावली के बाद से ही शहर की हवा प्रदूषित होती जा रही है. प्रदूषण के कारण लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में परेशनी का सामना करना पड़ रहा है. आसमान में स्मॉग की चादर छाई हुई है.
जहरीली हुई गुरूग्राम की हवा
गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर लगातार 7वें दिन भी 450 के करीब पर बना हुआ है. इस प्रदूषण ने लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल कर दिया है. गुरुग्राम के लोग सुबह भी अपने मुंह पर मास्क लगा कर निकलने को मजबूर है.
शनिवार को गुरुग्राम में अधिकतर दफ्तरों में छुट्टी होती है और ऐसे में सड़कों पर वाहन भी कम होते हैं. उसके बावजूद भी गुरुग्राम का प्रदूषण स्तर कम नहीं हुआ बल्कि बीते दिन की मुताबिक और बढ़ा है. ऐसे में प्रदेश की सरकार को प्रदूषण पर कई और सख्त कदम उठाने की जरूरत है. ताकि प्रदूषण को कम कर लोगो को बीमारियों से बचाया जा सके.
निर्माण गतिविधियों पर रोक
लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ईपीसीए के आदेश पर गुरुग्राम जिला प्रशासन ने सभी प्रकार की निर्माण गतिविधियों पर 5 नवंबर तक रोक लगा दी है. इसके अलावा कचरा जलाने वालों कचरा और मलबा फेंकने वालों, निर्माण गतिविधियों, खुले में कचरा परिवहन, बिना ढकी निर्माण सामग्री, सड़क किनारे बिना ढके निर्माण सामग्री विक्रय करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
नगर निगम ने ग्रेडिड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) की पालना के लिए एक दर्जन टीमें भी गठित की है. बता दें कि ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पानी का छिड़काव किया जा रहा है
प्रदूषण स्तर में सुधार लाने के लिए नगर निगम अपने टैंकरों और दमकल वाहनों के माध्यम से लगातार सड़कों और सड़क किनारे लगे पेड़ों पर पानी का छिड़काव कर रहा है.
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