फरीदाबादः हमारे देश में ट्रैफिक बड़ी समस्याओं में से एक है और जब बात शहरों की होती है तो ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कई तरह की बातें होती हैं. लेकिन क्या सिर्फ गाड़ियो की संख्या बढ़ने से ट्रैफिक बढ़ रहा है और जाम की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है तो ऐसा नहीं है. सड़क किनारे फुटपाथ पर रेहड़ी फड़ी लगाने वाले इसमें एक बड़ा एलिमेंट हैं. दिल्ली से सटे और एनसीआर का हिस्सा हरियाणा के फरीदाबाद शहर में ईटीवी भारत की टीम पहुंची और देखा वहां के लोगों से जानने की कोशिश की कि उनके यहां फुटपाथ की क्या हालत है.
यहां है सबसे ज्यादा समस्या
फरीदाबाद शहर के बहुत सारे इलाके ऐसे हैं, जहां फुटपाथ हीनहीं बल्कि सड़क के भी काफी हिस्सों पर रेहड़ी-फड़ी वालों का कब्जा है. इनमें-
- संत नगर
- बल्लभगढ़ बस स्टैंड
- अम्बेडकर चौक
- घण्टा घर चौक
- ओल्ड मार्केट
इलाके शामिल हैं. अगर सेंट्रल मार्केट में कहीं पर आग लग जाए तो अग्निशमन की गाड़ियां पहुंचना तो दूर विभागीय कर्मचारियों को पैर रखने के लिए भी जगह नहीं मिलेगी. क्योंकि जगह-जगह कपड़ों के स्टाल लगे हुए हैं. हालत ये है कि लोग यहां फुटपाथ ढूंढते रह जाएंगे.
60 साल पुरानी मार्केट के बुरे हाल
सेंट्रल मार्केट (पुरानी सब्जी मंडी) का और भी बुरा हाल है. अगर सेंट्रल मार्केट में कहीं पर आग लग जाए तो अग्निश्मन की गाड़ियां पहुंचना तो दूर विभागीय कर्मचारियों को पैर रखने के लिए भी जगह नहीं मिलेगी. क्योंकि जगह-जगह कपड़ों के स्टॉल लगे हुए हैं. खरीदारी के लिए आने वाले लोग सड़क पर चल रहे वाहनों के बीच होकर एक दुकान से दूसरी दुकान तक पहुंचते हैं. लोगों की जरूरत देखते हुए करीब 60 साल पहले मार्केट बनी थी. बीच में करीब 30 फीट चौड़ी सड़क है. खरीदारी के लिए आने वाले लोगों की सहूलियत के मकसद से सड़क किनारे फुटपाथ बनाया गया था. लेकिन यहां फुटपाथ पर दुकानदारों ने अपना सामान सजाया हुआ है. सामान जमाने के बाद जो थोड़ी बहुत जगह बची थी उस पर दुकानदारों ने रेहड़ी-पटरी वाले लोगों को मासिक किराए पर बैठा दिया है.
ये भी पढ़ेंः फरीदाबादः बर्ड फ्लू के डर से लोगों ने चिकन-अंडे से बनाई दूरी, बिक्री में 15-20% की गिरावट
रेहड़ी फड़ी वालों से पैसे वसूलते हैं दुकानदार
दरअसल इसमें गलती इन इलाकों के दुकानदारों की हैं क्योंकि वो अपनी दुकानें के सामने रेहड़ी फड़ी वालों को जगह देकर इनसे पैसे वसूलते हैं. फरीदाबाद के कई इलाकों में तो रोड पर दुकान के सामने रेहड़ी लगाने के 8 से 15 हजार रुपये तक दुकानदार वसूलते हैं.
क्या बोली जनता ?
फरीदाबाद के रहने वाले दिनेश का कहना है कि जब हम मार्केट में जाते हैं तो देखते हैं कि वहां बहुत ज्यादा भीड़ रहती है. क्योंकि पब्लिक भी आती है और रेहड़ी वाले दुकानों के सामने लगा लेते हैं. ऊपर से वाहन भी वहां होते हैं तो निकलने में बहुत दिक्कत होती है.
बल्लभगढ़ के रहने वाले सुभाष कहते हैं कि मैं कार चलाता हूं और जब एक नंबर मार्केट से गुजरता हूं तो आधा किलोमीटर का रास्ता तय करने के लिए 20 मिनट से ज्यादा लग जाते हैं.
जिला उपायुक्त ने क्या कहा ?
फरदीबाद के जिला उपायुक्त यशपाल से इन समस्याओं को लेकर ईटीवी भारत ने सवाल किये तो उन्होंने कहा कि हम इस पर काम कर रहे हैं. और हम कार्रवाई भी करेंगे. मैं फरीदाबाद के लोगों से गुजारिश करूंगा कि अगर कहीं पर आप इस तरह की समस्या से जूझें तो हमें शिकायत करें.