फरीदाबाद: 2010 में भर्ती हुए ड्राइंग टीचर्स ने आज अपनी नौकरी को लेकर हरियाणा वेयर हाउस के चेयरमैन एवं पृथला से विधायक नयनपाल रावत से गुहार लगाई और ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान विधायक नयनपाल रावत ने कहा कि वे उनकी बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और यदि संभव हुआ तो उनकी पूरी मदद की जाएगी.
बता दें कि, प्रदेश में 2010 में भर्ती हुए 816 कला आध्यापकों की नियुक्ति को हाईकोर्ट द्वारा निरस्त किए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में स्टे याचिका खारिज कर इन्हें निकालने के आदेश दिए गए थे. इसके बाद कला अध्यापकों ने आज हरियाणा वेयरहाउस के चेयरमैन एवं पृथला से विधायक नयनपाल रावत के कार्यालय पर ज्ञापन सौंपकर गुहार लगाई है कि उन्हें उनके पद पर बनाए रखा जाए.
विधायक नयनपाल रावत ने आश्वासन दिया है कि यदि मुख्यमंत्री और सरकार के हाथ में उनकी नौकरी होगी तो वो जरूर उनकी रोजी-रोटी को बचाने का काम करेंगे और उनकी बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे.
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वहीं ड्राइंग टीचर ने बताया कि उन्होंने आज विधायक नयनपाल रावत से अपनी नौकरियों को लेकर गुहार लगाई है और निवेदन किया है कि वे उनकी मदद करें और उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री जरूर उनकी समस्या का समाधान करेंगे.
गौरतलब है कि इससे पूर्व पीटीआई टीचर्स को भी हटाया गया था. लगभग एक साल तक धरना प्रदर्शन करने के बाद अब जाकर हरियाणा सरकार ने पीटीआई को एडस्ट करने की बात कही है. हालांकि कई पीटीआई अभी भी धरने पर बैठे हैं.
वहीं कुछ इस तरह ही ड्राइंग टीचर्स को भी हटा दिया गया. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद ड्राइंग टीचर्स का राजनेताओं से मिलना क्या उन्हें नौकरी वापस दिला पाएगा, ये अपने आप में एक बड़ा प्रश्न है क्योंकि ड्राइंग टीचर्स की तरह ही पीटीआई टीचरों ने भी इस तरह के प्रयास किए थे.
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