फरीदाबाद: औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में क्राइम ब्रांच बॉर्डर ने गे डेटिंग ऐप से लूट करने वाली एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. लेकिन खबर सिर्फ इतनी नहीं है कि लूट गैंग के तीन लोग गिरफ्तार किये गये हैं. बल्कि सबसे बड़ी खबर इनके लूट का तरीका और स्टाइल है. आरोपियों ने लूटपाट करने के लिए बेहद अनोखा तरीका अपनाया. ये ऐसा तरीका है जिसमें लूटपाट होने के बाद भी पीड़ित इसके बारे में किसी को बताने में भी शर्माते थे.
आरोपी कैसे फंसाते थे लोगों को- पकड़े गये आरोपी लूट के लिए गे डेटिंग ऐप ग्राइंडर (Gay डेटिंग ऐप Grindr) का इस्तेमाल करते थे. इस ऐप के जरिए वो गे लोगों से संपर्क करते थे. उनसे चैटिंग में अश्लील बातें करके समलैंगिक सेक्स के लिए अपने ठिकाने पर बुलाते थे. उसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर हथियार के दम पर उनके साथ लूट की वारदात को अंजाम देते थे. पीड़ित को अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे. शर्म और समाज में बदनामी के डर से पीड़ित किसी को अपने साथ हुई लूट के बारे में बता भी नहीं पाता था.
फरीदाबाद डीसीपी नीतीश अग्रवाल ने बताया कि इसी प्रकार की वारदात को अंजाम देते हुए आरोपियों ने 11 मई को फरीदाबाद के एनआईटी एरिया के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया. जिसमें आरोपियों ने व्यक्ति को अपने कमरे पर बुलाकर उसका अश्लील वीडियो बनाया. उसके बाद कट्टे और पिस्तौल की नोंक पर उसके पर्स से 20 हजार रुपए छीन लिए. इसके अलावा पीड़ित के क्रेडिट कार्ड से भी 1 लाख रुपए निकाल लिए. यही नहीं क्रेडिट कार्ड से पेट्रोल पंप पर 1 लाख 75 हजार रुपये स्वाइप भी करवा लिया. इस तरह से आरोपियों ने पीड़ित से करीब 2 लाख 95 हजार रूपये लूट लिया.
लूट के बाद आरोपियों ने पीड़ित को धमकी दी कि यदि उसने कि किसी को भी इसके बारे में बताया तो वह उसके वीडियो को वायरल कर देंगे जिसकी वजह से उसकी हर जगह बदनामी होगी. बदनामी और शर्म के डर से पीड़ित ने शुरू में इसके बारे में किसी को नहीं बताया. लेकिन दस दिन बाद 22 मई को उसने हिम्मत करके पुलिस थाना एसजीएम नगर में इसकी शिकायत दी. जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ लूटपाट, धमकी देने तथा अवैध हथियार अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उनकी तलाश शुरू की गई.
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच बॉर्डर की टीम ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गांधी कॉलोनी फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया. प्राथमिक पूछताछ में सामने आया की पकड़े गये आरोपी गांधी कॉलोनी गैंग के सदस्य हैं. यह काम वह गैंग के मुख्य आरोपी राकेश उर्फ बीड़ी तथा जयबीर उर्फ विक्की चंदेला के कहने पर करते हैं. आरोपी इस गे डेटिंग ऐप का उपयोग करके लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे. पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि आरोपी पिछले 1 साल से इस प्रकार की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. अब तक कई लोगों को वो इसी तरह से अपना शिकार बना चुके हैं.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विशाल, करण और पुनीत उर्फ पोनी के रूप में हुई है. ये सभी लोग फरीदाबाद की गांधी कालोनी के रहने वाले हैं. पकड़े गये सभी बदमाशों की उम्र 19 से 23 साल है. आरोपी पुनीत इससे पहले लड़ाई झगड़े के एक मामले में जेल की सजा काट चुका है. पुलिस का कहना है कि मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा. वारदात में प्रयोग हथियार बरामद करके लूट की घटनाओं में शामिल बाकी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.
क्या है गे डेटिंग ऐप ग्राइंडर- ग्रिंडर (Grindr app) समलैंगिक लोगों (खासकर Gay) के लिए एक लोकेशन आधारित ऑनलाइन डेटिंग एप्लीकेशन है. इस ऐप पर गे और ट्रांसजेंडर के साथ संबंध बनाने के लिए लोग संपर्क करते हैं. गे के लिए 2009 में लॉंच होने वाला ये पहला एप्लीकेशन था. इसका हेड क्वार्टर अमेरिका के कैलिफोर्निया में है. ये मुफ्त और पैसे के साथ प्रीमियम सर्विस दोनो तरह से उपलब्ध कराता है.