फरीदाबाद: जिले के अतिथि अध्यापक परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के सेक्टर-8 कार्यालय पर पहुंचे. इस दौरान महिला अध्यापकों ने अपने खून से ज्ञापन लिखा (guest teachers wrote letter with blood) और मुख्यमंत्री द्वारा किए गए झूठे वादे के खिलाफ नारेबाजी भी की. अतिथि अध्यापकों की मांग है कि भाजपा सरकार ने 2014 में उन्हें पक्का करने व समान काम-समान वेतन का वादा किया था लेकिन 7 साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया.
बीजेपी सरकार ने 2014 में गेस्ट टीचर को पक्का करने का वादा किया था लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ. 2019 में सरकार ने एक झूठा बिल पास किया जिसमें अतिथि अध्यापकों को कोई सुविधा नहीं दी गई. इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट करके अक्टूबर तक समान काम-समान वेतन के साथ सभी सुविधाएं देने का वादा किया. लेकिन उसके बाद भी अतिथि अध्यापकों को कुछ नहीं मिला- अतिथि अध्यापक रघु वत्स
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अपनी इन्हीं मांगों को लेकर अतिथि अध्यापकों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम अपने खून से ज्ञापन लिखा. मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादे के खिलाफ नारेबाजी भी की गई है. इस मौके पर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि गेस्ट टीचरों की मांग को लेकर सरकार उनके साथ है. हम इस बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अवगत कराएंगे.
हरियाणा में कितने गेस्ट टीचर हैं?
हरियाणा में करीब 14 हजार गेस्ट टीचर हैं. उनका काम और पद तो नियमित अध्यापकों के समान है लेकिन वेतन अलग-अलग. अतिथि अध्यापकों (guest teacher) की सेवाओं को 58 साल कर दिया गया. उन्हें नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर महंगाई भत्ता भी 11 फीसदी दिया जाता है. लेकिन बेसिक बेतन कम है. इसी को लेकर गेस्ट टीचर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
हरियाणा में अतिथि अध्यापकों की समस्या
सरकार विधानसभा में इसको लेकर बिल पास कर चुकी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सितंबर में एक कमेटी बनाकर सर्विस रूल (committee on guest teacher in haryana) बनाने का दावा भी किया था. लेकिन अभी तक अतिथि अध्यापकों का सेवा नियम नहीं बना. बिल के जरिए ये तय किया गया था कि गेस्ट टीचर्स को बेसिक के ऊपर नियमित कर्मियों की तरह महंगाई भत्ता मिलेगा. उस समय हरियाणा के पीजीटी गेस्ट को 36 हजार रुपये मिलते थे. जिसके बाद जुलाई 2019 में पांच प्रतिशत बढ़ा दिया गया. पीजीटी गेस्ट टीचर को इस बढ़ोतरी के साथ 37 हजार 800 रुपये मिलने लगे. लेकिन कई विद्यालयों ने मानदेय और डीए में अलग-अलग बढ़ोतरी की. जबकि पीजीटी व टीजीटी-जेबीटी का पद एक ही है. इसी को लेकर गेस्ट टीचर विरोध कर रहे हैं.
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