फरीदाबाद: कश्मीर के राजौरी जिले में आज सुबह आतंकियों से हुए मुठभेड़ के दौरान फौजी मनोज भाटी शहीद हो गए. वे फरीदाबाद के शाहजहांपुर गांव के रहने वाले थे. बता दें कि वीरवार को दो आतंकी राजौरी में आर्मी के कैंप में घुसने की कोशिश कर रहे थे. इस बीच भारतीय सेना के जवानों ने मुठभेड़ में दोनों आतंकियों को मार गिराया. आतंकियों से हुई मुठभेड़ में सेना के भी तीन जवान शहीद हुए हैं. जिनमें मनोज भाटी भी शामिल हैं. मनोज का पार्थिव शरीर शुक्रवार को फरीदाबाद पहुंचेगा.
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि राजौरी के दरहाल इलाके परगल स्थित सेना कैंप की बाड़ किसी ने पार करने की कोशिश की थी, इस दौरान दोनों ओर से गोलियां चलीं. दारहल थाने से छह किलोमीटर दूर तक अतिरिक्त दल भेजे गए हैं. दो आतंकवादी मारे गए और सेना के तीन जवान शहीद हो हुए हैं. बता दें, शहीद जवानों की पहचान हो गई है. ये सूबेदार राजेंद्र प्रसाद, राइफलमैन मनोज कुमार और राइफलमैन लक्ष्मणन डी. हैं. जिन्होंने राजौरी से 25 किलोमीटर दूर सेना की एक कंपनी पर आत्मघाती हमला करने वाले दो आतंकवादियों को बेअसर करते हुए अपनी शहादत दी.
दरअसल, 2016 में जम्मू कश्मीर के उरी में पाकिस्तान से आए जैश ए मोहम्मद के चार आतंकियों ने आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया था. इसमें 19 जवान शहीद हो गए थे. वहीं, 19-30 जवान जख्मी हुए थे. चारों आतंकी ढेर हो गए थे. इसके जवाब में भारत ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी और आतंकी लॉन्च पैड तबाह कर दिए थे. वहीं, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षा बलों ने रविवार को लश्कर-ए-तैयबा के एक 'हाइब्रिड आतंकवादी' को गिरफ्तार किया था. उसके पास से पिस्तौल, हथगोले के अलावा अन्य सामान बरामद किया गया है.