चंडीगढ़ः देश के साथ-साथ हरियाणा में कोरोना के बाद वाइट फंगस (white fungus) जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. पहले ब्लैक फंगस ने देश में दस्तक दी थी उसके बाद वाइट फंगस ने, और अब तो येलो फंगस के साथ ग्रीन फंगस ने भी पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. लेकिन यहां आप जानिए कि वाइट फंगस क्या है.
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वाइट फंगस ब्लैक फंगस (black fungus) से अलग तरीके की बीमारी है. कई दिनों तक लगातार एंटीबायोटिक लेने की वजह से इसका खतरा काफी बढ़ जाता है. आईसीयू में भर्ती मरीजों पर ये सबसे ज्यादा असर करता है. क्योंकि वो पहले से ही काफी कमजोर होते हैं और ये सीधे उनके फेफड़ों पर असर करता है.
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वाइट फंगस पहले फेफड़े को संक्रमित करता है और फिर दूसरे अंगों को प्रभावित करता है. इन दूसरे अंगों में नाखून, किडनी, पेट दिमाग और मुंह के अंदर इसका असर हो सकता है. अच्छी बात ये है कि ब्लैक फंगस की तरह इसका भी इलाज मौजूद है.
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