चंडीगढ़: ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव (Ellenabad By poll) के लिए बीजेपी (BJP) ने कमर कस ली है. इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है. माना जा रहा है कि इस विधानसभा सीट पर बीजेपी-जेजेपी गठबंधन की ओर से बीजेपी अपना उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है. हालांकि अभी इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है. इसकी प्रबल संभावना है कि बीजेपी ही यहां पर इनेलो और कांग्रेस को टक्कर देने के लिए मैदान में उतरेगी.
3 अक्टूबर को भाजपा चुनाव समिति की इसको लेकर बैठक भी होनी है. चुनाव समिति की बैठक से यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीजेपी (BJP) अपना उम्मीदवार इस उपचुनाव में उतारेगी. ऐलनाबाद उपचुनाव (Ellenabad By poll) को लेकर हमने खास बातचीत की सिरसा से लोकसभा सांसद और बीजेपी नेता सुनीता दुग्गल से. सुनीता दुग्गल (Sunita Duggal) ने कहा कि गठबंधन ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ेगा और अपनी जीत भी दर्ज करेगा. उन्होंने कहा कि वे सभी इस विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
जब सुनीता दुग्गल (Sunita Duggal) से पूछा गया कि क्या ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी बीजेपी की ओर से होगा? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उम्मीदवार गठबंधन का होगा और जल्द ही उम्मीदवार का नाम भी सामने आ जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन मिलकर मजबूती के साथ लड़ेगा तो जीत निश्चित तौर पर ही गठबंधन की होगी.
ये भी पढ़ें- ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर रणनीति बनाने में जुटी पार्टियां, जानिए कैसा रहा है इस सीट का इतिहास
जब सुनीता दुग्गल से पूछा गया कि वर्तमान में जिस तरीके से किसान आंदोलनरत हैं तो ऐसे हालातों में पार्टी के सामने किस तरीके की चुनौतियां रहेगी? इस सवाल के जवाब में सुनीता दुग्गल ने कहा कि चुनौतियों जैसी कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि बीते दिनों जिस तरीके से पार्टी नेताओं की कुछ लोगों ने गाड़ियां तोड़ी उसे देखकर अंदाजा लगा सकता है कि किसान इस तरीके का काम नहीं कर सकते हैं. क्योंकि किसान हमारा अन्नदाता है. वह इस तरह का काम नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग इस तरीके के काम करते हैं उनको लेकर प्रदेश अध्यक्ष साफ कह चुके हैं कि वे चुनाव मैदान में आएं और मुकाबला करें. इससे साफ हो जाएगा कि जनता उनका कितना साथ देती है.
जब सुनीता दुग्गल से सवाल किया गया कि अभय चौटाला ने कृषि कानूनों को लेकर ही इस्तीफा दिया था और अभी भी उसको लेकर हालात जैसे उस वक्त थे वैसे ही हैं तो ऐसे में क्या जनता इनेलो के साथ खड़ी रहेगी? इसको लेकर भी क्या सोचती हैं? इस सवाल के जवाब में सुनीता दुग्गल ने कहा कहा कि 2019 के चुनाव में इनेलो का एक ही विधायक जीता था. उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया. जिन मुद्दों को लेकर उन्होंने इस्तीफा दिया था. वह आज भी वैसे के वैसे ही हैं.
ये भी पढ़ें- Ellenabad by-election: ऐलनाबाद उप चुनाव में गठंबधन के भावी उम्मीदवार पर रणजीत चौटाला का बयान
ऐसे में उन्हें लगता है कि नैतिकता के आधार पर उन्हें चुनाव मैदान में नहीं आना चाहिए, क्योंकि स्थिति बिल्कुल नहीं बदली है. उनकी वजह से दोबारा चुनाव हो रहा है और लोगों की गाढ़ी कमाई फिर चुनाव में लग रही है. उन्हें लगता है कि जब अंतर नहीं आया तो उन्हें चुनाव मैदान में नहीं आना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह अगर अब विधानसभा में जीत कर भी आते हैं तो उससे क्या फर्क पड़ेगा. उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद की जनता भी वो सब जानती है और पहले जो इनेलो के पास एक चीज थी, वह भी अब उनके हाथ से चली जाएगी.
जब सुनीता दुग्गल से पूछा गया कि चौटाला परिवार उसे अपना गढ़ मानता है और वे खुद सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं तो उनके सामने जो चुनाव कितनी बड़ी चुनौती है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने बड़े-बड़े किले ध्वस्त किए हैं. वह धरातल पर कार्य करते हैं. वो किसी परिवारवाद के तहत काम नहीं करते. इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि बीजेपी इस किले को भी भेद देगी और यहां से बीजेपी का और गठबंधन का जो भी उम्मीदवार होगा. वह निश्चित तौर पर ही जीत हासिल करेगा.
ये भी पढ़ें- ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर कुमारी शैलजा का बड़ा बयान, बताया- कब करेंगे उम्मीदवार का एलान