चंडीगढ़: पहलवानों और मुक्केबाजों की धरती हरियाणा से टेनिस में भी प्रतिभा निखर कर सामने आई है. झज्जर के गांव जैतपुर के रहने वाले 22 वर्षीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने अंतिम क्वॉलिफाइंग दौर में जीत हासिल कर यूएस ओपन के पहले दौर में सोमवार को सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक रोजर फेडरर से भिड़ने का हक पाया, जो उनके लिए ग्रैंडस्लैम में स्वप्निल पदार्पण होगा.
नागल ने शुक्रवार को अंतिम क्वॉलिफाइंग दौर में ब्राजील के जोआओ मेनेजेस के खिलाफ एक सेट गंवाने के बाद वापसी करते हुए दो घंटे 27 मिनट में 5-7 6-4 6-3 से जीत हासिल की. इस तरह सुमित इस एक दशक में किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के सिंगल्स मैचों में खेलने वाला पांचवां भारतीय बन गया है. सोमदेव देववर्मन, युकी भांबरी, साकेत मायनेनी और प्रजनेश गुणेश्वरन इससे पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में खेल चुके हैं.
नागल 2015 में जूनियर ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली छठे भारतीय बने थे. उन्होंने वियतनाम के नाम हाओंग लि के साथ मिलकर विंबलडन में बॉयज डबल्स का खिताब जीता था. वहीं एक और भारतीय खिलाड़ी प्रजनेश भी इस साल के यूएस ओपन में सिंगल्स मुकाबलों में खेलेंगे, जिससे भारत के दो खिलाड़ी 1998 के बाद पहली बार ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के सिंगल्स मैचों में भाग लेंगे. 1998 में महेश भूपति और लिएंडर पेस विंबलडन में खेले थे.
16 अगस्त, 1997 को जन्मे सुमित क्रिकेटर बनना चाहते थे. लेकिन सेना की शिक्षा कोर से हवलदार के रूप में सेवानिवृत्त पिता सुरेश नागल को यह खेल पसंद नहीं था. वे खुद टेनिस के शौकीन हैं और चाहते थे कि बेटा भी टेनिस खेले. सात साल की उम्र में पिता के साथ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स गया सुमित जब वापस लौटा तो कदम टेनिस की तरफ बढ़ चुके थे. सुमित की फेडरर से भिड़ंत भारतीय समयानुसार 27 अगस्त मंगलवार की सुबह पौने छह बजे होगी.