चंडीगढ़: प्रदेश सरकार दक्षिण हरियाणा(South Haryana) के किसानों के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना ला रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि कपास की जगह मूंग या दूसरी दालों की खेती करने वाले किसानों को हम अच्छी भरपाई करेंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि एक या दो दिन में इसकी घोषणा कर दी जाएगी.
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि दक्षिण हरियाणा में अरंडी की खेती करने के लिए भी अलग से योजना ला रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीबीटी से किसानों को सीधा पैसा दिया जाएगा. साथ ही कहा कि सरकार किसानों की फसल भी खरीदेगी. कृषि मंत्री जेपी दलाल (Jai Prakash Dalal) ने कहा कि जो किसान बाजरे को छोड़कर मूंगफली की खेती करेंगे, उन्हें भी बीज उपलब्ध कराया जाएगा.
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में धान की जगह अन्य फसलों की बिजाई करने पर किसानों के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की थी. प्रदेश सरकार ने पिछले सीजन में धान की जगह दूसरी फसल करने पर 7 हजार रुपये का इंसेंटिव दिया था. सरकार ने यह इंसेंटिव 2 किस्तों में दिया था.
सरकार ने इस बार 2 लाख एकड़ में फसल विविधीकरण(crop diversification) का लक्ष्य रखा है. साथ ही सरकार का कहना है कि इस बार 7000 रुपए का यह इंसेंटिव डीपीटी के माध्यम से 1 ही किस्त में दिया जाएगा.
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना(Prime Minister Crop Insurance Scheme) को लेकर कहा कि फसल बीमा के लिए कर 30 जुलाई तक का समय है. यह योजना स्वैच्छिक योजना है. इस योजना में जो किसान शामिल नहीं होना चाहते हैं. वह किसान बैंकों में लिख कर दे दें. कृषि मंत्री ने कहा कि किसान सही फसल की जानकारी दें. जिससे कि फसल बीमा योजना का लाभ मिलने में दिक्कत ना आए.
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जेपी दलाल ने कहा कि फसल बीमा योजना का सबसे अधिक विरोध हुआ था. लेकिन आज किसानों को सबसे ज्यादा लाभ हो रहा है. आज किसान खुद जाकर बीमा करवाते हैं. किसान बीमा योजना से संतुष्ट हैं. कृषि मंत्री ने बताया कि 4000 करोड़ से ज्यादा पैसा किसानों को दिया गया है. जेपी दलाल ने बताया कि हरियाणा पहला राज्य है जहां बीमा कंपनियों को कम मिला और किसानों को इस योजना से ज्यादा लाभ मिला.
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