ETV Bharat / city

चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखने को लेकर फंसा पेंच

राजधानी के हवाई अड्डे का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर किए जाने का मसला 11 वर्षों से चंडीगढ़ और मोहाली की राजनीति में फंसा हुआ है जिसका शीघ्र हल निकालना चाहिए और हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाना चाहिए.

हवाई अड्डे पर फंसा पेंच
author img

By

Published : Feb 25, 2019, 8:41 PM IST

चंडीगढ़: सत्यमेव जयते, सरदार कुलबीर सिंह मेमोरियल फाउंडेशन, अखिल भारतीय शहीद सम्मान संघर्ष समिति ने संयुक्त रूप से चंडीगढ़ में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता में तीनों संगठनों ने कहा कि 10 सालों से चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद ए आजम भगत सिंह के नाम पर किए जाने का मसला चंडीगढ़ और मोहाली की राजनीति में फंसा हुआ है.

हवाई अड्डे पर फंसा पेंच


अधिकारियों से लेकर मंत्री स्तर तक पर प्रयास भी हुए लेकिन दोनों राज्य सरकारों के रवैये के कारण आज तक एयरपोर्ट का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम पर नही हो सका है. केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने उचित रास्ता निकालने के लिए अधिकारियों की कमेटी तो बनाई लेकिन कोई भी अंतिम निर्णय से पहले मंत्रालय दोनों राज्य सरकारों के बीच आप सहमति चाहता है.


नागर विमानन मंत्रालय अवर सचिव और जन सूचना अधिकारी एसवी रमन्ना द्वारा कादीपुर दिल्ली के हरपाल राणा को 27 सितंबर 2017 के पत्र के माध्यम से सूचना के अधिकार के तहत दी गई जानकारी में माना है कि पंजाब सरकार जहां मोहाली लगवाना चाहती है वहीं हरियाणा सरकार चंडीगढ़ लगाना चाहती है.


संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर अनुरोध करते हैं कि जल्द से जल्द इस विषय का समाधान किया जाए और कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी, अकाली दल, इनेलो आदि सभी पार्टियों से अनुरोध करते हैं कि इस विषय पर जल्द से जल्द आम सहमति बना कर विषय का समाधान करें जिससे शहीदों के नाम के साथ राजनीति ना हो शहीदों का सम्मान बना रहे.

undefined

चंडीगढ़: सत्यमेव जयते, सरदार कुलबीर सिंह मेमोरियल फाउंडेशन, अखिल भारतीय शहीद सम्मान संघर्ष समिति ने संयुक्त रूप से चंडीगढ़ में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता में तीनों संगठनों ने कहा कि 10 सालों से चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद ए आजम भगत सिंह के नाम पर किए जाने का मसला चंडीगढ़ और मोहाली की राजनीति में फंसा हुआ है.

हवाई अड्डे पर फंसा पेंच


अधिकारियों से लेकर मंत्री स्तर तक पर प्रयास भी हुए लेकिन दोनों राज्य सरकारों के रवैये के कारण आज तक एयरपोर्ट का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम पर नही हो सका है. केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने उचित रास्ता निकालने के लिए अधिकारियों की कमेटी तो बनाई लेकिन कोई भी अंतिम निर्णय से पहले मंत्रालय दोनों राज्य सरकारों के बीच आप सहमति चाहता है.


नागर विमानन मंत्रालय अवर सचिव और जन सूचना अधिकारी एसवी रमन्ना द्वारा कादीपुर दिल्ली के हरपाल राणा को 27 सितंबर 2017 के पत्र के माध्यम से सूचना के अधिकार के तहत दी गई जानकारी में माना है कि पंजाब सरकार जहां मोहाली लगवाना चाहती है वहीं हरियाणा सरकार चंडीगढ़ लगाना चाहती है.


संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर अनुरोध करते हैं कि जल्द से जल्द इस विषय का समाधान किया जाए और कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी, अकाली दल, इनेलो आदि सभी पार्टियों से अनुरोध करते हैं कि इस विषय पर जल्द से जल्द आम सहमति बना कर विषय का समाधान करें जिससे शहीदों के नाम के साथ राजनीति ना हो शहीदों का सम्मान बना रहे.

undefined
HAR                             KARNAL
REPORTER                 RAKESH KUMAR SHARMA

24_FEB_KARNAL_PNB GOLD LAPTA_5_FILES_SEND ON FTP

स्टोरी  - पंजाब नैशनल बैंक के लाकर्स से अचनाक हुए गहने गायब, बैंक कर्मचारियों की लापरवाई से हुए ग़ायब, पुष्पा कश्मीरी लाल ने पुलिस को दी शिकायत,रामनगर पुलिस चौंकी इन्चार्ज ने कहा अभी मामले से सम्बधित शिकायत के आधार पर ममाला किया  दर्ज ,आगामी कार्यवाही जारी।  

एंकर  - कश्मीरी लाल और पुष्पा देवी ने साल 2009 में करनाल के इसी पंजाब नेशनल बैंक में अपना लाकर्स खुलवाया था अपनी सारी जिंदगी की जमा पूंजी और बहू के सभी गहने लगभग 38 तोला सोना पी एन बी के लाकर्स  में रखकर सुरक्षित महसूस कर रहे थे।  लेकिन कश्मीरी लाल के होश तब उड़ गए जब 21 फरवरी को अचानक उनके पास बैंक से फोन आया और यह बताया गया कि उनके लाकर्स  से छेड़छाड़ हुई है आकर चेक कर ले और कश्मीरी लाल अपनी पत्नी और बेटे के साथ आनन फानन में बैंक पहुंचे बैंक जाकर उन्होंने देखा कि उनका लॉकर खुला हुआ था साथ ही लगभग 38 तोला सोना गायब था। 

वी ओ - कश्मीरी लाल ने कहा की हम उस समय हैरान हो गए जब हमने  बैंक कर्मचारियों से पूछा तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला जबकि लाकर्स  की एक चाबी बैंक के पास और दूसरी चाबी ग्राहक के पास होती है।  बैंक हर वर्ष 14 सो रुपए लेता है लेकिन सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है पुलिस और बैंक को अलग अलग शिकायत  दी जा चुकी है। लेकिन अभी तक कार्यवाही नहीं हुई।  पुलिस कहती  इस मामले में एफ आई आर दर्ज करली है जांच जारी है।  बैंक मैनेजर के छुट्टी पर होने की वजह से बैंक का वर्जन नहीं मिल पाया लेकिन कश्मीरी लाल के परिवार अपनी जिंदगी की पूरी जमा पूंजी बैंक से गायब हो जाने की वजह से हैरान और परेशान है उन्हें लगता है कि अगर सोना बैंक के लाकर्स में भी सुरक्षित नहीं है तो फिर आखिर सोना रखे कहाँ यह सबसे बड़ा सवाल है। वही जब इस बारे में पुलिस अधिकारियो से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर मामले दर्ज क्र लिया है आगे की जांच जारी है जो भी सामने आयेगा  उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
 
बाइट  -  पीड़ित पुष्पा देवी 
बाइट  -  पीड़ित कश्मीरी लाल 
बाइट  -  पीड़ित राजीव कुमार 
बाइट  -  थाना इंचार्ज - जसविंदर 
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.