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बिजली मंत्री ने परीक्षा ना देने बयान पर दी सफाई, कहा- 'मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला गया'

हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने सिरसा में दिए गए अपने उस बयान पर सफाई दी है जिसमें उन्होंने बिजली का बिल नहीं भरने वाले परिवारों के बच्चों को परीक्षाओं में बैठने की अनुमति नहीं देने की बात कही थी.

ranjeet chautala on electricity bill
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Published : Jan 2, 2020, 7:43 PM IST

चंडीगढ़: बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है. जबकि उन्होंने लोगों से बिजली के बिल भरने की अपील की थी क्योंकि सरकार लोगों को बिजली उपलब्ध करवाने के लिए सब्सिडी देती है.

उन्होंने आगे कहा कि जिस तरीके से आज हरियाणा में सरपंच, पंच और विधायकों का चुनाव लड़ने के लिए बिजली विभाग की एनओसी जरूरी होती है. भविष्य में सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं के बिजली विभाग की एनओसी को जरूरी भी कर सकती है इसलिए लोग जागरूक रहें और समय पर बिजली का बिल भरें.

सुनिए बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने क्या कहा.

रणजीत चौटाला ने कहा कि फिलहाल सरकार के स्तर पर इस तरह की कोई चर्चा नहीं चल रही है. इसके लिए बकायदा कैबिनेट में विचार किया जाएगा फिर ही कोई पॉलिसी सामने आएगी. आज हरियाणा में करीबन 7000 गांव हैं जिनमें से मात्र 1200 ऐसे गांव हैं जो बिजली का बिल समय पर नहीं भरते.

ये भी पढ़ेंः- प्रदेश में सामने आया धान घोटाला, राइस मिल्स में स्टॉक की जांच में 35000 मीट्रिक टन धान की कमी

गांव में कुछ ऐसे लोग होते हैं जो उन लोगों को बिजली का बिल नहीं भरने के लिए प्रेरित करते हैं. इसके लिए सरकार ने एक बिजली पंचायत नाम की योजना शुरू की है जिसकी शुरुआत 5 जनवरी से हिसार से होगी. इस पंचायत में जिन गांव में बिजली का बिल नहीं भरते है. वहां के कुछ मौजूद लोगों को बुलाया जाएगा और उन्हें बिजली का बिल भरने की अपील की जाएगी.

इसके अलावा यदि बिजली विभाग को लेकर उनकी कोई शिकायत है तो उनको भी दूर किया जाएगा. रणजीत चौटाला अपने बयान को गलत तरीके से पेश करने की बात जरूर कर रहे हैं, लेकिन आज भी उन्होंने एक बार फिर बिजली उपभोक्ताओं को यह जरूर कह दिया कि इस तरह का फरमान सुनाया भी जा सकता है.

ये भी पढ़ें- प्रियंका गांधी हिंदू धर्म के बारे में क्या जानती हैं ? अनिल विज

चंडीगढ़: बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है. जबकि उन्होंने लोगों से बिजली के बिल भरने की अपील की थी क्योंकि सरकार लोगों को बिजली उपलब्ध करवाने के लिए सब्सिडी देती है.

उन्होंने आगे कहा कि जिस तरीके से आज हरियाणा में सरपंच, पंच और विधायकों का चुनाव लड़ने के लिए बिजली विभाग की एनओसी जरूरी होती है. भविष्य में सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं के बिजली विभाग की एनओसी को जरूरी भी कर सकती है इसलिए लोग जागरूक रहें और समय पर बिजली का बिल भरें.

सुनिए बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने क्या कहा.

रणजीत चौटाला ने कहा कि फिलहाल सरकार के स्तर पर इस तरह की कोई चर्चा नहीं चल रही है. इसके लिए बकायदा कैबिनेट में विचार किया जाएगा फिर ही कोई पॉलिसी सामने आएगी. आज हरियाणा में करीबन 7000 गांव हैं जिनमें से मात्र 1200 ऐसे गांव हैं जो बिजली का बिल समय पर नहीं भरते.

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गांव में कुछ ऐसे लोग होते हैं जो उन लोगों को बिजली का बिल नहीं भरने के लिए प्रेरित करते हैं. इसके लिए सरकार ने एक बिजली पंचायत नाम की योजना शुरू की है जिसकी शुरुआत 5 जनवरी से हिसार से होगी. इस पंचायत में जिन गांव में बिजली का बिल नहीं भरते है. वहां के कुछ मौजूद लोगों को बुलाया जाएगा और उन्हें बिजली का बिल भरने की अपील की जाएगी.

इसके अलावा यदि बिजली विभाग को लेकर उनकी कोई शिकायत है तो उनको भी दूर किया जाएगा. रणजीत चौटाला अपने बयान को गलत तरीके से पेश करने की बात जरूर कर रहे हैं, लेकिन आज भी उन्होंने एक बार फिर बिजली उपभोक्ताओं को यह जरूर कह दिया कि इस तरह का फरमान सुनाया भी जा सकता है.

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Intro:चंडीगढ, हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने सिरसा में दिए गए अपने उस बयान पर सफाई दी, जिसमें उन्होंने बिजली का बिल नहीं भरने वाले परिवारोंं के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने की अनुमति नहीं देने की बात की थी।


Body:चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रंजीत सिंह चौटाला ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है। जबकि उन्होंने लोगों से बिजली के बिल भरने की अपील की थी। क्योंकि सरकार लोगों को बिजली उपलब्ध करवाने के लिए सब्सिडी देती है। जिस तरीके से आज हरियाणा में सरपंच, पंच और विधायकों का चुनाव लड़ने के लिए बिजली विभाग की एनओसी जरूरी होती है। भविष्य में सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं के बिजली विभाग की एनओसी को जरूरी भी कर सकती है। इसलिए लोग जागरूक रहें और समय पर बिजली का बिल भरें।

एक सवाल के जवाब में रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि फिलहाल सरकार के स्तर पर इस तरह की कोई चर्चा नहीं चल रही है। इसके लिए बकायदा कैबिनेट में विचार किया जाएगा। फिर ही कोई पॉलिसी सामने आएगी।


रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि आज हरियाणा में करीबन 7000 गांव है जिनमें से मात्र 1200 ऐसे गांव हैं जो बिजली का बिल समय पर नहीं भरते।  गांव में कुछ ऐसे लोग होते हैं जो उन लोगों को बिजली का बिल नहीं भरने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके लिए सरकार ने एक बिजली पंचायत नाम की योजना शुरू की है। जिसमें जिसकी शुरुआत 5 जनवरी से हिसार से होगी। इस पंचायत में जिन गांव में बिजली का बिल नहीं भरते है। वहां के कुछ मौजूद लोगों को बुलाया जाएगा और उन्हें बिजली का बिल भरने की अपील की जाएगी। साथ ही यदि बिजली विभाग को लेकर उनकी कोई शिकायत है तो उनको भी दूर किया जाएगा।

Conclusion:रंजीत चौटाला अपने बयान को गलत तरीके से पेश करने की बात जरूर कर रहे हैं, लेकिन आज भी उन्होंने एक बार फिर बिजली उपभोक्ताओं को यह जरूर कह दिया कि इस तरह का फरमान सुनाया भी जा सकता है ।
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