चंडीगढ़: पुलिस चंडीगढ़ से प्रवासी लोगों का पलायन रोकने के लिए पूरी तरह से कोशिश कर रही है. बहुत से प्रवासियों को यहां बनाए गए शेल्टर होम में रखा गया है. इसके अलावा जो भी लोग शहर के भीतर बिना वजह घूम रहे हैं. उन से भी पुलिस काफी सख्ती से पेश आ रही है. लोगों को किसी भी सूरत में बाहर घूमने की इजाजत नहीं है. इन्हीं सब मुद्दों पर ईटीवी भारत ने डीएसपी (मलोया) पलक गोयल से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पलक गोयल ने कहा चंडीगढ़ में बहुत से प्रवासी हैं. जो अपने गृह राज्य में जाना चाहते हैं. लेकिन कोरोना की वजह से इन्हें यहां से जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती. लेकिन ये भी जरूरी है कि इन्हें यहां पर रहते हुए किसी तरह की परेशानी ना हो. इसलिए हम इन्हें जाने तो नहीं दे रहे हैं, लेकिन इन्हें चंडीगढ़ में शेल्टर होम में रख रहे हैं. जहां इन्हें हर तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं.
इसके अलावा चंडीगढ़ की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. ताकि कोई बाहरी व्यक्ति चंडीगढ़ में प्रवेश न कर सके और चंडीगढ़ में रह रहे लोग शहर से बाहर न जा सके. वहीं लोगों को बेवजह बाहर भी घूमने नहीं दिया जा रहा. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो किसी मजबूरी की वजह से घर से बाहर निकलते हैं. ऐसे लोगों को समझाया जाता है कि वो घर से बाहर ना निकले, क्योंकि ये खतरनाक हो सकता है.
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पलक गोयल ने कहा कि जरुरतमंदों को जिन चीजों की जरूरत होती है,वे उन्हें घर पर मुहैया करवा दी जाती हैं. लेकिन जो लोग जानबूझकर मौज मस्ती के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं. पुलिस उनके खिलाफ कठोर एक्शन भी ले रही है. ऐसे लोगों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की जा रही है. उन्होंने बताया कि पुलिस की ओर से सुबह 11 बजे से 3 बजे तक ढिलाई बरती जा रही है ताकि लोग घरों से बाहर आसपास की दुकानों से जरूरत का सामान ले सकें.
फिलहाल चंडीगढ़ पुलिस की ओर से चंडीगढ़ में पूरी तरह से एहतियात बरता जा रहा है. क्योंकि लोगों को घरों के भीतर रखना ही कोरोना का सबसे बड़ा इलाज है. लेकिन जो लोग फिर भी घरों से बाहर निकल रहे हैं. पुलिस उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है. चंडीगढ़ में 500 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है.