चंडीगढ़: किसान आंदोलनों के चलते फिलहाल चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर भी रेलवे सेवा पूरी तरह से ठप है. इस बीच चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचे नॉर्दन रेलवे प्रबंधक टीपी सिंह ने कई मुद्दों को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि जब तक किसान आंदोलन समाप्त नहीं होते हैं तब तक सुविधा शुरू नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि किसानों के प्रदर्शन के चलते अंबाला में हरियाणा की तरफ से रेलों की एंट्री नहीं हो पा रही है, जैसे ही आंदोलन समाप्त होगा उसके बाद रेलों की गतिविधि सामान्य हो जाएंंगी. 12 मई को 20 पेयर्स चलाई गई थीं उसके बाद 200 ट्रेन, और फिर 100 ट्रेन चलाई गई. फेस्टिवल को लेकर भी नई ट्रेनें चलाई हैं, जैसे-जैसे कोरोना कंट्रोल में आता रहेगा आगामी मार्च और अप्रैल तक हालात नॉर्मल हो जाएंगे.
नॉर्दन रेलवे प्रबंधक टीपी सिंह मंगलवार को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर नेस्ले के बूथ और बॉटलिंग क्रशिंग मशीन की शुरुवात करने पहुंचे थे. इस दौरान टीपी सिंह ने कहा कि कोरोना काल के दौरान रेलवे की तरफ से कुकड फूड बंद किया गया है. उन्होंने कहा कि वातावरण को सुरक्षित रखने के लिए लंबे समय से बॉटलिंग क्रशिंग मशीन को लेकर मुहिम चल रही है. कई स्टेशनों पर मशीनें लगी हैं और आज चंडीगढ़ में लगाई गई. अंबाला रेलवे स्टेशन पर भी इसी तरह से बॉटल क्रशिंग मशीन लगाई जाएंगी.
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उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन को लेकर सुधार चल रहा है. चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है. इसी तरह से अंबाला का प्रपोजल है जिसकी फिजिबिलिटी चेक हो चुकी है. इसकी प्रेजेंटेशन हो चुकी हैंं. जमीन खाली करवाने की बात थी जिस पर काम शुरू हो गया है. अगला रेलवे स्टेशन अंबाला का है, उसके बाद अमृतसर का भी रेलवे स्टेशन है. जैसे कोरोना के बाद गाड़ियां शुरू होंगी उसके बाद ही एक्टिविटीज शुरू होगी. अभी लोगों की तरफ से बहुत ज्यादा टेंडर में भाग नहीं लिया जा रहा है.