चंडीगढ़: जगदीश हीरेमनी का साफ तौर पर कहना है कि नगर निगम कर्मचारियों को पहले मूलभूत सुविधाएं दी जानी चाहिए. उसके बाद तकनीक पर पैसा खर्च किया जाना चाहिए. हीरेमनी ने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिली है कि चंडीगढ़ में कर्मचारियों को ठीक तरह से वेतन नहीं मिल पा रहा है.
बहुत से कर्मचारी ऐसे हैं जिन्हें पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है. इसके अलावा कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही है. खासकर सफाई कर्मचारियों को जरूरी उपकरण अभी तक मुहैया नहीं करवाए गए हैं. जब उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से इसके बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि नगर निगम के पास फंड की कमी है जिस वजह से कुछ कर्मचारियों की सैलरी देने में देर हुई है. साथ ही उपकरणों की खरीद भी फंड की व्यवस्था होने के बाद की.
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स्मार्ट वॉच के बारे में जगदीश हीरेमनी ने बात करते हुए कहा कि जब नगर निगम के पास कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है, तो स्मार्ट वॉच पर पैसे क्यों खर्च किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबसे पहले कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं दी जानी चाहिए. उनकी सैलरी समय पर दी जानी चाहिए और उसके बाद स्मार्ट वॉच जैसी तकनीक पर पैसे खर्च की जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि वे नई तकनीक का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन तकनीक से ज्यादा कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं देना जाना जरूरी है.
बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम ने अपने कर्मचारी को स्मार्ट वॉच देनी शुरू कर दी है जिसका कर्मचारी जमकर विरोध कर रहे हैं. स्मार्ट वॉच में जीपीएस लगा हुआ है जिससे नगर निगम कर्मचारियों की हर गतिविधि पर नजर रख सकता है. कई कर्मचारियों का तो यहां तक कहना है कि स्मार्ट स्मार्ट वॉच पहनने के बाद उनके स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है इसलिए वे किसी कीमत पर यह स्मार्ट वॉच नहीं पहनेंगे और अगर नगर निगम ने इस स्मार्ट वॉच को वापस नहीं लिया तो भी अपना प्रदर्शन तेज कर देंगे.
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