चंडीगढ़: नगर निगम का कहना है कि इन कंपनियों ने चंडीगढ़ में अवैध तौर पर खंबे लगा दिए हैं और उन पर तारों का जाल बिछा दिया है जिससे चंडीगढ़ की सुंदरता को नुकसान पहुंच रहा है. वहीं कंपनियों ने इसके लिए नगर निगम से परमिशन नहीं ली और ना ही इसके लिए जरूरी फीस भरी है.
इस बारे में बात करते हुए चंडीगढ़ के मेयर राजेश कालिया ने कहा कि चंडीगढ़ में कई कंपनियों ने अवैध तौर पर तारें बिछा रखी हैं. हालांकि कुछ केबल टीवी चलाने वाली कंपनियों ने नगर निगम से परमिशन थी लेकिन अब उन कंपनियों ने भी इंटरनेट की सर्विस शुरू कर दी है और इसके लिए तारे भी बिछा दी हैं.
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उन कंपनियों ने इंटरनेट की तारों के लिए नगर निगम से कोई परमिशन नहीं ली इसलिए अब निगम इन कंपनियों की तारों और खंभों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है. इन कंपनियों के अवैध तौर पर काम करने से जहां एक तरफ निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है वहीं चंडीगढ़ की सुंदरता भी खराब हो रही है.
मेयर ने कहा कि जो कंपनी चंडीगढ़ में तारें बिछाना चाहती हैं वह सबसे पहले नगर निगम की परमिशन ले और उसके लिए जरूरी शुल्क भी भरें. इसके बाद वह अंडरग्राउंड तारे बिछा सकती हैं क्योंकि चंडीगढ़ की सुंदरता को देखते हुए उन्हें खंबे लगाकर तारे बिछाने की इजाजत नहीं दी जा सकती.
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