चंडीगढ़: दिल्ली से सटे और एनसीआर में आने वाले गुरुग्राम और फरीदाबाद इस बार मतदान करने के मामले में पीछे रहे. इस बार केवल ये ही दो ऐसे जिले हैं जहां मतदान प्रतिशत 60 फीसदी के आंकड़े को भी छू नहीं पाया. गुरुग्राम में जहां 59.54 प्रतिशत मतदान हुआ तो वहीं फरीदाबाद में प्रदेश में सबसे कम 57.02 प्रतिशत मतदान हुआ.
कम मतदान प्रतिशत पर हरियाणा चुनाव आयोग का कहना है कि गुरुग्राम में इस बार अच्छी संख्या में नए वोटर्स जोड़े गए और साथ ही बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया गया था लेकिन फिर भी मतदान कम हुआ. इसके अलावा टी-शर्ट और बैग भी बांटे गए थे. चुनाव आयोग ने अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन फिर भी पता नहीं क्यों मतदाता कम संख्या में अपने मत का इस्तेमाल करने आए.
वहीं कम मतदान को लेकर और भी कई कारण बताए जा रहे हैं, जिसमें सबसे बड़ा कारण सोमवार के दिन मतदान होना भी रहा. मतदान के दिन यानि सोमवार को राज्य में छुट्टी थी. इससे पहले रविवार यानि छुट्टी का दिन था और साथ ही कई संस्थानों में शनिवार के दिन भी छुट्टी रही.
गुरुग्राम और फरीदाबाद दिल्ली से सटे हुए हैं. यहां रहने वाले ज्यादातर लोगों ने शनिवार, रविवार और सोमवार को छुट्टियों के रूप में लिया और सैर सपाटे के लिए निकल गए होंगे. इन क्षेत्रों के आसपास कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां एक दो दिन की ट्रिप आसानी से की जा सकती है. हरियाणा चुनाव आयोग का कहना है कि गुरुग्राम में इस बार ज्यादा संख्या में नए मतदाता जुड़ें हैं. जिसमें युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि मतदान करने के बजाए ये लोग छुट्टी मनाने किसी हिल स्टेशन पर चले गए होंगे.
वहीं इसके अलावा ये भी कहा जा है कि इन दोनों जिलों के कई विधानसभा क्षेत्रों में मुकाबला एकतरफा रहने वाला है. ऐसे में लोग मतदान करने से परहेज कर गए हैं जो कि चुनाव के मद्देनजर ठीक नहीं है. मतलब कम मतदान के कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं.
आपको बताते हैं कि फरीदाबाद और गुरुग्राम में आने वाली विधानसभा सीटों पर कितने प्रतिशत मतदान हुआ-
- फरीदाबाद- 49.63 %
- फरीदाबाद एनआईटी- 61.42 %
- बड़खल- 51.30 %
- बल्लभगढ़- 52.00 %
- पृथला- 76.96 %
- तिगांव- 55.82 %
- गुरुग्राम- 52.36 %
- बादशाहपुर- 57.60 %
- पटौदी- 62.30 %
- सोहना- 71.60 %