चंडीगढ़: डेरा सच्चा सौदा के पूर्व मैनेजर रंजीत सिंह हत्याकांड (Ranjit Singh Murder Case) मामले में आज पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट (Punjab and Haryana High Court) में सुनवाई होगी. आज राम रहीम की तरफ से भी उनके वकील पेश होंगे. इससे पहले हाई कोर्ट ने इस केस के फैसले पर 27 अगस्त तक के लिए रोक लगा दी थी. इस केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) पर हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है. सीबीआई कोर्ट (CBI Court) में इस मामले को लेकर बहस भी पूरी हो चुकी है.
दरअसल रंजीत सिंह के बेटे ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट (Punjab and Haryana High Court) में एक याचिका दाखिल की थी. जिसमें सीबीआई जज पर सवाल खड़े किए गए थे. याचिका में जज बदलने की मांग भी की गई थी. जिसके बाद हाई कोर्ट ने सीबीआई से जज के बारे में कमेंट मांगे और सीबीआई के वकील के बारे में भी एफिडेविट मांगा हुआ है.
इससे पहले सुनवाई के दौरान आरोपी राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) और कृष्ण वीडियो कॉन्फ्रेंस से अदालत में पेश हुए. आरोपी अवतार, जसवीर और सबदिल कोर्ट में मौजूद थे और बचाव पक्ष के वकील ने फाइनल बहस के सभी दस्तावेज CBI कोर्ट में जमा किए. कोर्ट ने CBI से इस पर बहस करने के लिए पूछा, लेकिन जांच एजेंसी ने बहस नहीं की. सीबीआई कोर्ट ने 26 अगस्त तक मामला सुरक्षित रखा था. लेकिन पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने 27 अगस्त तक के लिए इस केस के फैसले पर रोक लगा दी.
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ये है मामला: रंजीत हत्या मामले में खट्टा सिंह ने राम रहीम को ही हत्या का दोषी बताया था. खट्टा सिंह (गुरमीत राम रहीम का पूर्व ड्राइवर) ने कोर्ट में बयान दिया था कि डेरा प्रमुख को लगता था कि साध्वियों के यौन शोषण के पत्र जगह-जगह भेजने के पीछे डेरा मैनेजर रंजीत सिंह का ही हाथ था. खट्टा सिंह ने कहा था-रंजीत ने गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से ही लिखवाई थी, इसलिए गुरमीत राम रहीम ने मेरे सामने 16 जून 2002 को सिरसा डेरे में उसको मारने के आदेश दिए थे. रंजीत सिंह की 10 जुलाई 2003 को हत्या की गई थी. फिलहाल गुरमीत राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में 2 साध्वियों के यौन शोषण के मामले में 20 साल की सजा व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहा है.
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