चंडीगढ़: रोजमर्रा की जिंदगी में हर इंसान को कभी न कभी सिर दर्द होता ही रहता है, जिसके कई कारण रहते हैं. कई लोगों को मौसम में बदलाव के बाद सिर में दर्द होता है तो कई लोगों को तनाव की वजह से भी सिर में दर्द हो जाता है.
लोग सिरदर्द को अनदेखा कर देते हैं. ना ही इसके लिए डॉक्टर से बात करते हैं और ना ही कोई दवा लेते हैं जबकि कई लोग घर में ही कोई दवा ले लेते हैं जिससे उन्हें थोड़ी देर के लिए आराम मिल जाता है. लोग सिर दर्द को लेकर काफी लापरवाही बते हैं, लेकिन ये लापरवाही उनके लिए बेहद गंभीर साबित हो सकती है.
ईटीवी भारत ने सिरदर्द को लेकर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अमित शंकर सिंह से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि हाल ही में ऐसे मरीज का ऑपरेशन किया है जिसे सिर में दर्द की शिकायत थी. जब डॉ. अमित ने उसके सिर का स्कैन किया तो पता चला कि उसके सिर के बड़े हिस्से में पस पड़ चुकी थी. जबकि ना तो उस व्यक्ति के कोई चोट लगी थी और ना ही कोई इंफेक्शन हुआ था.
डॉ. अमित ने उस मरीज का सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर उसके सिर में से सारी पस निकाली जिससे उस मरीज की जान बच पाई. डॉ. अमित ने इस केस को अमेरिका में एक मेडिकल कॉन्फ्रेंस में भी पेश किया. जिसमें दुनिया भर के डॉक्टर ने भाग लिया था और उन सभी ने इस केस को लेकर काफी हैरानी जताई क्योंकि ऐसा होना बेहद मुश्किल होता है.
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डॉ. सिंह ने कहा कि सभी डॉक्टर लोगों को छोटी-छोटी बातों को लेकर भी सावधानी बरतनी के लिए कहते हैं, लेकिन लोग लापरवाही बरतते हैं. खासतौर पर सिर दर्द को लेकर तो लोग बिल्कुल भी गंभीर नहीं रहते जबकि ये एक गंभीर बीमारी हो सकती है.
उन्होंने बताया कि व्यक्ति को माइग्रेन है तो उसे बिना देर किए डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए. माइग्रेन के कई तरह के लक्षण होते हैं अगर उन लक्षणों में से उसे कोई भी लक्षण है तो इस स्थिति में उसे काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है. जैसे आधे सिर में दर्द होना, आंखों से पानी आना, सिर दर्द होने के बाद नजला होना या उल्टी होना, दर्द का कई दिनों तक जारी रहना आदि.
उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को सिर में दर्द रहता है या उसे माइग्रेन की समस्या है तो इस बात को टालना नहीं चाहिए बल्कि सावधानीपूर्वक इसका इलाज करवाना चाहिए क्योंकि समय पर हर बीमारी का इलाज किया जा सकता है, लेकिन अगर ज्यादा देर हो जाए तब इलाज भी उतना ही मुश्किल हो जाता है. साथ ही मरीज की जान को खतरा भी बढ़ जाता है.
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