चंडीगढ़: हरियाणा को खेलो इंडिया की मेजबानी का मौका मिला है. हालांकि चार राज्य चाहते थे कि आयोजन उनके यहां हो, मगर हरियाणा को मेजबानी दी गई है. पंचकूला में खेलो इंडिया के गेम्स आयोजित किए जाएंगे, जबकि पंचकूला के साथ-साथ अंबाला कुरुक्षेत्र में भी कुछ गेम्स करवाने पर विचार किया जा रहा है. इस बारे में खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा को खेलो इंडिया का आयोजन मिला है. इसके लिए मुख्यमंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री का धन्यवाद करते हैं.
खेलो इंडिया का करेंगे सफल आयोजन
उन्होंने कहा कि इन खेलों में 11,000 से ज्यादा खिलाड़ियों के भाग लेने के लिए उम्मीद है. जिस प्रदेश को मेजबानी करने का मौका मिलता है उसमें स्थानीय खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा फायदा होता है. लोकल स्तर और राज्य स्तर के खिलाड़ियों को अच्छा विजन मिलता है. खेल मंत्री ने कहा कि 2019 में वो ग्वालियर गए थे, वहां खेलो इंडिया के गेम्स देखकर उन्हें लगा की हरियाणा भी मेजबानी कर सकता है. संदीप सिंह ने कहा जीटी बेल्ट पर खेलो के आयोजन पर विचार चल रहा है. अम्बाला में भी स्टेडियम तैयार है. शहर में आने वाले खिलाड़ियों को रहने की दिक्कत नहीं होगी क्योंकि ट्राइसिटी में रहने का प्रबंध बेहतर तरीके से हो सकता है. इसके साथ ही एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड की भी सीधी कनेक्टिविटी है.
संदीप सिंह ने कहा कि 2021 जुलाई या अगस्त में ओलंपिक गेम्स होगी. खेलो इंडिया को लेकर संदीप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का विजन था कि स्पोर्ट्स को और बढ़ाया जाए और हर बच्चा खेल की तरफ आए इसी विजन से खेलो इंडिया निकल कर आया है. वहीं अनलॉक को लेकर खेल मंत्री ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करना पड़ेगा. उन्होंने खिलाड़ियों से अपील की कि सबसे बेहतर समय है वीक स्किल को बेहतर करने का और उसे तराशने का मौका है.
एसवाईएल पर दी प्रतिक्रिया
इसके अलावा संदीप सिंह ने एसवाईएल के मुद्दे को लेकर पंजाब के कांग्रेसी नेता रवनीत बिट्टू के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि पानी उनके घर का नहीं है और ना ही हमारे घर का है. भगवान की तरफ से पानी सभी को मिला है, ऐसे में पानी पर लड़ाई ना करके समझौता कर उस पर काम करने की जरूरत है. संदीप सिंह ने कहा कि आने वाला समय ऐसा भी हो सकता है कि पानी ना मिले.
वहीं बरोदा के उपचुनाव को लेकर संदीप सिंह ने कहा कि जिम्मेदारी हमेशा पार्टी में सभी की रहती है. वह स्पोर्ट्स के लिए काम कर रहे हैं और बरोदा से कई इंटरनेशनल खिलाड़ी कबड्डी और रेसलिंग के पैदा हुए हैं, वहीं योगेश्वर दत्त के गांव से भी कई बड़े खिलाड़ी निकले हैं. वे सोनीपत समेत अलग-अलग हिस्सों में जाकर खिलाड़ियों को आ रही समस्याओं के बारे में जान रहे हैं. उनकी तरफ से एक लिस्ट बनाई गई है जिसमें ग्राउंड्स को मेंटेन करना है. फिलहाल जिस खेल के खिलाड़ी हैं उनको वहां पर ग्राउंड सुविधा देने का हमारा प्रयास है.
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