चंडीगढ़: माना जा रहा है कि 20 सितंबर को हरियाणा कांग्रेस के संगठन (Haryana Congress organization announced) का ऐलान किया जायेगा. रिटर्निंग ऑफिसर ताराचंद भगोरा ने PCC को इसकी लिस्ट सौंप दी है. हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने इसको लेकर PCC की बैठक बुलाई है. करीब 195 पदाधिकारियों की लिस्ट जारी हो सकती है. इसी संबंध में कांग्रेस विधायक दल की भी बैठक होगी. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष उदय भान भी शामिल होंगे. साथ ही प्रदेश संगठन के नए पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि विधायक, पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेताओं को इसमें तरजीह दी गई है. 20 तारीख को चंडीगढ़ में नए पदाधिकारियों के नामों का ऐलान कर दिया जायेगा.
2014 से अब तक हरियाणा कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी नहीं गठित हो पाई है. इसमें गुटबाजी का भी अपना बड़ा रोल रहा है. राजनीतिक जानकार कहते हैं कि जब अशोक तंवर प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनमें ठनी रहती थी. कई बार तो उनके समर्थक आपस में ही भिड़ जाते थे. इसके चलते दोनों नेता कभी एक साथ मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए. यहां तक कि हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग में भी कोई नहीं जाता था.
यही हाल तभ भी रहा जब 2019 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जब कुमारी सैलजा (Kumari Selja) को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया. चर्चा है कि कुमारी सैलजा और भूपेंद्र हुड्डा गुट के बीच भी सामन्जस्य नहीं बन पाया इसी के चलते सैलजा के कार्यकाल में भी प्रदेश कार्यकारिणी की गठन नहीं हो सका. भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हरियाणा में बड़ा जनाधार है. कांग्रेस के मौजूदा 31 विधायकों में से ज्यादातर हुड्डा के साथ हैं. यही वजह है कि हुड्डा प्रदेश में कांग्रेस को अपने तरीके से चलाते हैं. गुटबाजी के इस जंग के बीच कांग्रेस संगठन का ऐलान करना काफी अहम है.
15 सितंबर को पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा हिसार पहुंची थी. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा था कि पिछले लंबे समय से प्रदेश में संगठन नहीं है. चाहे उसके जो भी कारण रहे हों लेकिन कार्यकर्ताओं के साथ ये अन्याय है. कांग्रेस के कार्यकर्ता जो पिछले कई सालों से मेहनत कर रहे हैं उन्हें पार्टी में कोई पहचान नहीं मिल पाई है. उनके लिए यह बेहद निराशाजनक है. इसके लिए मेरी और कांग्रेस के सभी नेताओं को अपनी जिम्मेवारी माननी चाहिए. हम अपने ओहदे को लेकर बैठ जाते हैं लेकिन अपने वर्करों को पहचान नहीं दिला पाते. यह कहीं ना कहीं पार्टी के वर्करों के साथ अन्याय हुआ है. मुझे उम्मीद है कि जल्द ही संगठन को लेकर काम किया जाएगा.
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