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लॉकडाउन में ढील के बाद भी मंदा पड़ा कपड़े का धंधा, बाजार में नहीं आ रहे ग्राहक - Crisis garment business Chandigarh

लॉकडाउन और कोरोना की महामारी ने कपड़ा व्यापारियों को बड़े संकट में डाल दिया है. लॉकडाउन 4 में छूट दी गई है. बावजूद इसके कपड़े की दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं.

garment shop sales down lockdown
चंडीगढ़ में खुली दुकान
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Published : May 23, 2020, 1:29 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में लॉकडाउन-4 में ढील दी गई है. बाजार और दुकानें खुलने लगे हैं. बावजूद इसके कपड़ा व्यापारियों को अभी तक राहत नहीं मिल पाई है. दुकानें खुलने के बाद भी दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं

कपड़ा दुकानों पर सन्नाटा

चंडीगढ़ में कपड़ा व्यापारियों के लिए हालात सामान्य नहीं हैं. क्योंकि 2 महीने के लॉकडाउन में उन्हें काफी नुकसान हुआ है. दुकानें खुलने के बाद भी काम नहीं चल रहा है. बहुत कम संख्या में ग्राहक कपड़े की दुकानों पर पहुंच रहे हैं. दुकानदारों ने बताया कि लोग बेहद जरूरी और छोटे-मोटे सामान के लिए ही कपड़े की दुकानों पर पहुंच रहे हैं.

लॉकडाउन में ढील के बाद भी मंदा पड़ा कपड़ों की दुकानों का धंधा, क्लिक कर देखें वीडियो

दुकानदारों के अनुसार पिछले 2 महीने लॉकडाउन के दौरान भारी नुकसान उठाना पड़ा है. इस बीच कर्मचारियों के वेतन से लेकर घर चलाने के लिए परेशानी उठानी पड़ी. अब छूट मिली है और दुकानें खुल गई हैं. मगर अभी तक ग्राहकों की भारी कमी नजर आ रही है.

ग्राहकों की कमी का कारण

दुकानदारों ने बताया कि ग्राहकों के न आने के पीछे बड़ा कारण काम-धंधे बंद होना और पैसे की कमी अहम है. लोग बहुत आवश्यक चीजों पर ही पैसा खर्च कर रहे हैं. शादियों में ज्यादा लोगों को इजाजत नहीं है. इस कारण से लोग कम बाजारों में आ रहे हैं.

दुकानदारों के अनुसार जनवरी से लेकर मई तक का शादियों का सीजन रहता है. कपड़ा दुकानों के लिए ये समय काफी अहम रहता है. जून के बाद अक्टूबर तक काम मंदा रहता है और अक्टूबर से दशहरा, दीपावली, करवाचौथ और नवरात्र जैसे त्योहारों पर पर काम बढ़ जाता है.

'सरकार दे राहत'

दुकानदारों के अनुसार अभी कर्मचारियों का वेतन, दुकान का किराया और बिजली के बिल समेत ईएमआई भरना भी मुश्किल है. ऐसे में सरकार को कपड़ा व्यपारियों और दुकानदारों को राहत की घोषणा करनी चाहिए. ताकि नुकसान कम से कम हो सके.

गौरतलब है कि मार्केट में कपड़ा व्यापारी और दुकानदारों का काम ठप हो चुका है. कपड़ा दुकानदार उम्मीद लगा रहे हैं कि आने वाले 3 से 4 महीने में काम फिर से पहले जैसा हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़: स्कूल फीस मांगने के खिलाफ अभिभावकों ने किया प्रदर्शन

चंडीगढ़: हरियाणा में लॉकडाउन-4 में ढील दी गई है. बाजार और दुकानें खुलने लगे हैं. बावजूद इसके कपड़ा व्यापारियों को अभी तक राहत नहीं मिल पाई है. दुकानें खुलने के बाद भी दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं

कपड़ा दुकानों पर सन्नाटा

चंडीगढ़ में कपड़ा व्यापारियों के लिए हालात सामान्य नहीं हैं. क्योंकि 2 महीने के लॉकडाउन में उन्हें काफी नुकसान हुआ है. दुकानें खुलने के बाद भी काम नहीं चल रहा है. बहुत कम संख्या में ग्राहक कपड़े की दुकानों पर पहुंच रहे हैं. दुकानदारों ने बताया कि लोग बेहद जरूरी और छोटे-मोटे सामान के लिए ही कपड़े की दुकानों पर पहुंच रहे हैं.

लॉकडाउन में ढील के बाद भी मंदा पड़ा कपड़ों की दुकानों का धंधा, क्लिक कर देखें वीडियो

दुकानदारों के अनुसार पिछले 2 महीने लॉकडाउन के दौरान भारी नुकसान उठाना पड़ा है. इस बीच कर्मचारियों के वेतन से लेकर घर चलाने के लिए परेशानी उठानी पड़ी. अब छूट मिली है और दुकानें खुल गई हैं. मगर अभी तक ग्राहकों की भारी कमी नजर आ रही है.

ग्राहकों की कमी का कारण

दुकानदारों ने बताया कि ग्राहकों के न आने के पीछे बड़ा कारण काम-धंधे बंद होना और पैसे की कमी अहम है. लोग बहुत आवश्यक चीजों पर ही पैसा खर्च कर रहे हैं. शादियों में ज्यादा लोगों को इजाजत नहीं है. इस कारण से लोग कम बाजारों में आ रहे हैं.

दुकानदारों के अनुसार जनवरी से लेकर मई तक का शादियों का सीजन रहता है. कपड़ा दुकानों के लिए ये समय काफी अहम रहता है. जून के बाद अक्टूबर तक काम मंदा रहता है और अक्टूबर से दशहरा, दीपावली, करवाचौथ और नवरात्र जैसे त्योहारों पर पर काम बढ़ जाता है.

'सरकार दे राहत'

दुकानदारों के अनुसार अभी कर्मचारियों का वेतन, दुकान का किराया और बिजली के बिल समेत ईएमआई भरना भी मुश्किल है. ऐसे में सरकार को कपड़ा व्यपारियों और दुकानदारों को राहत की घोषणा करनी चाहिए. ताकि नुकसान कम से कम हो सके.

गौरतलब है कि मार्केट में कपड़ा व्यापारी और दुकानदारों का काम ठप हो चुका है. कपड़ा दुकानदार उम्मीद लगा रहे हैं कि आने वाले 3 से 4 महीने में काम फिर से पहले जैसा हो जाएगा.

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