चंडीगढ़: कोरोना वायरस से जारी लड़ाई के बीच हरियाणा सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. जबतक कोरोना वायरस देश से पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता, तबतक कोरोना मरीज से जुड़े हर एक मेडिकल स्टाफ को हरियाणा सरकार की ओर से दोगुनी सैलरी दी जाएगी.
कोरोना मरीज के इलाज से जुड़े जितने भी लोग हैं. चाहे फिर डॉक्टर्स, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ, चतुर्थ श्रेणा का कर्मचारी, एंबुलेंस का स्टाफ या फिर टेस्टिंग लैब का स्टाफ ही क्यों ना हो. सभी को हरियाणा सरकार की ओर से दोगुनी सैलरी दी जाएगी.
इसके साथ ही सीएम मनोहर लाल की ओर ये भी ऐलान किया गया है कि जो सरकारी कर्मचारी केंद्र सरकार की पॉलिसी में कवर नहीं होते हैं, उन कर्मचारियों को हरियाणा सरकार की ओर से एक्स ग्रेशिया पॉलिसी के तहत सहायता राशि की जाएगी. डॉक्टर्स को 50 लाख, नर्स के लिए 30 लाख, पैरा मेडिलक स्टाफ के लिए 20 लाख और क्लास फोर कर्मचारी को 10 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके साथ ही कोरोना से जारी जंग के दौरान किसी पुलिस कर्मी की भी मौत होती है तो उसके परिवार को 30 लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी.
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वहीं इस दौरान हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ये दावा किया कि हालात सरकार के काबू में हैं. उन्होंने कहा कि अगर तबलीगी जमात से जुड़े लोग नहीं होते तो अबतक संख्या ज्यादा नहीं होने दी जाती. इसके साथ ही अनिल विज ने कहा कि आज हम उस स्थिती पर हैं कि हम दावें के साथ कह सकते हैं कि जिस-जिस सामान की जरूत है, हमारे पास वो सब उपलब्ध है.
प्रदेश में 14 कोविड अस्पताल
इसके साथ ही अनिल विज ने बताया कि हरियाणा में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए14 कोविड अस्पतालों की व्यवस्था की गई है, ताकि आम मरीजों के साथ कोरोना मरीजों का इलाज ना हो. विज ने बताया कि इन अस्पतालों में सिर्फ और सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि जल्द ही प्रदेश के हर जिले से रैंडम सैंपलिंग भी शुरू की जाएगी, ताकि स्थिति का सही अंदाजा लगाया जा सके.