चंडीगढ़: देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ सोमवार को चंडीगढ़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर चंडीगढ़ कांग्रेस यूथ कांग्रेस और महिला कांग्रेस के लोगों ने मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जताया. कुछ कार्यकर्ताओं ने अपने कपड़े उतार कर अर्धनग्न अवस्था में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
डीजल-पेट्रोल पर 75% टैक्स- बंसल
इस प्रदर्शन में पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल भी शामिल हुए ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज जब कच्चे तेल की कीमत है काफी कम हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ाते जा रही है जब एक आम नागरिक पेट्रोल पंप से तेल खरीदता है तो उसमें 75 फीसदी रकम टैक्स में चली जाती है. कितना टैक्स लगाना जायज नहीं है.
कांग्रेस की सरकार के समय एक्साइज ड्यूटी 9.50 रुपये लगाई जाती थी जो बीजेपी सरकार नहीं बढ़ाकर 32.50 रुपये कर दी है. उन्होंने कहा कि जो लोग वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन पर तो इसकी मार पड़ रही है. बल्कि जिन लोगों के पास एक स्कूटर तक नहीं है वे भी इस मार्ग को झेलने के लिए मजबूर हैं. क्योंकि तेल महंगा होने से ट्रांसपोर्ट महंगा हो गया है जिससे फल सब्जी और अन्य वस्तुओं के रेट भी बढ़ गए हैं. ये गरीबों के ऊपर दोहरी मार है.
2014 जितना टैक्स हो तो आधे दाम पर मिलेगा डीजल-पेट्रोल-बंसल
पवन बंसल ने कहा की सरकार जनता से अरबों रुपये लूट रही है. लेकिन देश की उन्नति पर वो पैसा नहीं लगाया जा रहा. देश में हमें ना तो बेहतर अस्पताल दिखाई देते हैं ना शिक्षा व्यवस्था में कोई सुधार आया है और ना ही सेना पर ये पैसे खर्च किए जा रहे हैं. ये पैसे कहां जा रहे हैं ये तो सरकार ही जानती है. उन्होंने कहा कि सरकार 2014 से लगातार टैक्स में बढ़ोतरी कर रही है अगर आज टेक्स 2014 जितना कर दिया जाए तो पेट्रोल और डीजल के दाम आधे से भी कम हो जाएंगे लेकिन बीजेपी ने सरकार में आने के बाद इसे बढ़ाना शुरू कर दिया जो अभी तक जारी है.
केंद्र सरकार कम करे टैक्स- बंसल
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों के पास ज्यादा कुछ नहीं है. इसलिए वो अपने स्तर पर ज्यादा रेट कम नहीं कर सकते. लेकिन अगर केंद्र सरकार चाहे तो राज्य सरकारों के साथ मिलकर रेट कम कर सकती है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सरकार को पेट्रोल और डीजल जैसे उत्पादों को भी जीएसटी में लाना चाहिए था. एक तरफ सरकार एक देश एक टैक्स की बात करती है और दूसरी तरफ लोगों के साथ धोखेबाजी की जा रही है. अगर सरकार इतनी ईमानदार है तो पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में क्यों नहीं लाया गया.
आपको बता दें कि कांग्रेस पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आज देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस की मांग है कि पेट्रोल और डीजल के दाम कम किए जाए.
लगातार बढ़ रहे हैं डीजल-पेट्रोल के दाम
गौरतलब है कि देश में इस महीने लगातार 21 दिनों तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है. 22वें दिन यानी रविवार को ये सिलसिला थम गया और दाम स्थिर रहे, लेकिन आज (सोमवार) फिर पेट्रोल-डीजल और महंगा हो गया है. पिछले 23 दिनों में पेट्रोल 9.17 रुपये प्रति लीटर और डीजल 11.23 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है.
ये भी पढ़ें- कुमारी सैलजा ने पीएम केयर फंड पर उठाए सवाल, बोलीं- चीनी कंपनियों से क्यों पैसा ले रही सरकार?