चंडीगढ़: कोरोना वायरस को मात देने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपना कार्य फिर से संभाल लिया है. उन्होंने मंगलवार को अपने निवास पर विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक ली और कई योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए.
कोरोना से ठीक होते ही सीएम ने ली बैठक
बता दें कि, सीएम ने बैठक में पिंजौर में एक फिल्म सिटी की योजना बनाने, अवैध खनन की निगरानी करने के लिए ड्रोन लेने, एग्री मॉल को शुरू करने जैसे कई बड़े फैसले लिए हैं. इसके अलावा सीएम ने राज्य में खरीफ फसलों की खरीद के लिए व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिए कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत प्रत्येक किसान को उनकी उपज को मंडी में लाने के लिए सुविधा दें.
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि किसानों से ये भी पूछा जाए कि किसान अपनी फसल का पैसा आढ़ती से लेना चाहते हैं या सीधे सरकार से. उन्होंने अधिकारियों को राज्यभर की मंडियों में किसानों की उपज की खरीद के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
पीपीपी पर दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने ये भी निर्देश दिए कि परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) कार्यक्रम को एचआरएमएस के साथ जोड़ा जाए. पीपीपी राज्य सरकार की एक अनूठी पहल है जिसके तहत राज्य में हर परिवार को एक विशिष्ट पहचान प्रदान की जा रही है. उन्होंने कहा कि पीपीपी ये सुनिश्चित करेगा कि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ लोगों को उनके घर द्वार पर मिले. इससे न केवल उनके कीमती समय में बचत होगी बल्कि सेवा वितरण में पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी.
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पिंजौर में फिल्म सिटी के विकास पर दिया जोर
सीएम ने पिंजौर में फिल्म सिटी विकसित करने की योजना तैयार करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हरियाणा फिल्म निर्माण के लिए उपयुक्त जगह है क्योंकि शूटिंग के लिए राज्य में सैकड़ों सुंदर स्थान उपलब्ध हैं. गौरतलब है कि हरियाणा फिल्म नीति में सार्वजनिक और निजी-साझेदारी से राज्य में एक फिल्म सिटी विकसित करने की बात कही गई है ताकि सिनेमा जगत से जुड़े लोग एक ही स्थान से काम कर सकें.