चंडीगढ़: सीएम मनोहर लाल नई कैबिनेट के गठन के पहले आज पुरानी कैबिनेट के बैठक की. इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार, कृष्ण बेदी, बनवारी लाल, कविता जैन, कर्णदेव कम्बोज समेत कई पूर्व मंत्री मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई बैठक के बाद हरियाणा के पूर्व राज्यमंत्री कर्ण देव कंबोज ने कहा कि बैठक में हार के कारणों को मुख्यमंत्री के सामने रखा गया है. कर्ण देव कंबोज ने कहा कि कई सीटों पर हार के कारणों पर विचार विमर्श हुआ है और सभी लोगों ने अपने तरीके से हार के कारणों को सामने रखा है.
वहीं राज्य मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि खुले मन से हार के पीछे के कारणों को लेकर इस बैठक में चर्चा की गई है. दूसरी तरफ बेदी ने कहा कि 3% वोट प्रतिशत इस चुनाव में बीजेपी का बढ़ा है, जबकि 8% मतदान कम हुआ था.
पुराने धुरंधरों को साथ लेकर चलने की कोशिश
आपको बता दें कि छह नवंबर के बाद कभी भी नए मंत्रिमंडल की घोषणा हो सकती है. ऐसे में सीएम मनोहर लाल अब हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं. उनका मानना है कि गठबंधन सरकार में अकेले चलना सहज नहीं होगा. ऐसे में पुराने धुरंधरों को साथ लेकर चलना होगा, भले ही वे चुनाव हार चुके हैं.
हार के कारणों की समीक्षा
आपको बता दें कि अब तक सीएम मनोहर लाल गृहमंत्री अमित शाह, पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुलाकात कर चुके हैं और अब अमित शाह के मश्वरे के बाद आज पुरानी कैबिनेट ने अपनी राय दी. जिसमें सभी ने अपनी-अपनी बात कही. इस दौरान हार के कारणों की समीक्षा के साथ-साथ मंत्रियों ने विधानसभा चुनाव में क्षेत्र में हुई हार का कारण भी पेश किए.
कई मुद्दों पर हुई चर्चा
इस दौरान राज्यमंत्री कर्ण देव कंबोज ने कहा कि इस बैठक में आपसी विचार विमर्श हुआ और आगे कैसे काम करना है, इसके समेत बीते दिनों में क्या कमियां रहीं, इन मुद्दों पर चर्चा हुई.
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पिछली कैबिनेट में लंबित पड़े कार्यों पर चर्चा
वहीं बैठक के बाद कृष्ण बेदी ने कहा कि पिछली कैबिनेट में हमारे कुछ काम लंबित थे और आगे भावी सरकार को इस पर कैसे काम करना है उन विषयों पर चर्चा हुई.