चंडीगढ़: सीएम मनोहर लाल द्वारा शुरू किए गए इस डैशबोर्ड का उपयोग जल जीवन मिशन के तहत प्रगति की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों और निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने इस डैशबोर्ड को लांच किया और बताया कि जल जीवन मिशन के तहत प्रगति की निगरानी के लिए विभिन्न ऑनलाइन डैशबोर्ड विभाग के अधिकारियों, उपायुक्तों और आम जनता के लिए विकसित किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि डैशबोर्ड बहुत उपयोगी होगा क्योंकि वर्ष 2024 के राष्ट्रीय लक्ष्य से बहुत पहले ही हरियाणा ने वर्ष 2022 तक जल जीवन मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है. डैशबोर्ड जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग की वेबसाइट https://phedharyana.gov.in/PHED-Dashboard/Index.html पर उपलब्ध है.
नल कनेक्शन की जानकारी देगा डैशबोर्ड
गौरतलब है कि इस डैशबोर्ड पर प्रमुख प्रदर्शक संकेतक (केपी आई) का प्रदर्शन दिखाई देगा जिनमें पूरे हो गए कुल घरों के सर्वेक्षण का ब्यौरा और जिनमें कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी ) अब तक प्रदान किया गया है, इसका ब्यौरा होगा. इसी प्रकार वर्ष 2020-21 में उपलब्ध कराए जाने वाले एसएचटीसी लक्ष्य तथा जिलेवार, ब्लॉक-वार, निर्वाचन क्षेत्र-वार, ग्राम पंचायत और घरों की निवास स्थिति, अब तक प्रदान की गई एफएचटीसी की जानकारी के साथ-साथ लंबित एफएचटसी इत्यादि संकेतक व बिंदू शामिल हैं.
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इसी प्रकार एफएचटीसी की प्रतिशत कवरेज या पेंडेंसी के आधार पर जिला-वार, निर्वाचन क्षेत्र-वार, ग्राम पंचायत और आवास वार रैंकिंग शामिल है. इसी प्रकार लंबित एफएचटीसी की वर्तमान स्थिति जल जीवन मिशन के तहत काम की स्थिति, श्रेणी और लक्ष्य पूरा होने की तिथि के साथ निवास की विस्तार रिपोर्ट मौजूदा पेयजल स्रोतों की सूची ग्राम जल और सीवरेज समिति के सदस्य की सूची शामिल है.
पीएम मोदी ने शुरू की थी योजना
गत 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन के नाम से एक नई योजना शुरू करने की घोषणा की थी. इस योजना का उद्देश्य वर्ष 2024 तक देश में सभी ग्रामीण परिवारों को एक कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी ) प्रदान करना है. जल जीवन मिशन के तहत काम पूरा होने के बाद सभी घरों को एफएचटीसी के साथ कवर किया जाएगा जिसका अर्थ है कि नागरिकों को आईएस 10500:2012 मानकों के अनुसार 55 लीटर प्रति व्यक्ति दिवस (एलपीडीसी ) पानी की आपूर्ति निर्धारित गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित की जाएगी. हरियाणा राष्ट्रीय लक्ष्य तिथि से बहुत पहले ही वर्ष 2022 तक लक्ष्य को प्राप्त करने पर कार्य कर रहा है.
दो चरणों में हो रहा है काम
इस योजना को समय पर पूरा करने के लिए दो चरणों में विभाजित किया गया है पहले चरण में मौजूदा आ गए अनियमित जल कनेक्शनों को घरेलू सर्वेक्षण पूरा करने के बाद नियमित किया जाएगा और अब तक 8.09 लाख कनेक्शनों को नियमित किया गया है. दूसरे चरण में बस्तियों में काम किया जाएगा जिन्हें 3 श्रेणियों में विभाजित किया गया है.
श्रेणी 1 में ऐसे गांव शामिल हैं जहां पानी के स्रोतों की कोई समस्या नहीं है, श्रेणी 2 में उन गांवों को शामिल किया गया है जिनमें ग्रीष्म काल में पानी की समस्या होती है और श्रेणी 3 में ऐसे गांव शामिल हैं जिन्हें बारहमासी स्रोत पानी की समस्याएं हैं. इन कार्यों की पूर्णता की समय सीमा श्रेणी 1 के लिए 30 -09-2020 , श्रेणी 2 30-6-2021 और श्रेणी 3 में 31-12-2022 हैं.
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इसके साथ ही एक सटीक व्यापक और विश्वसनीय सर्वेक्षण रिपोर्ट लाने के लिए सक्षम युवा के सहयोग से जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की तरफ से एक व्यवस्थित घरेलू सर्वेक्षण किया जा रहा है जो जल जीवन मिशन के तहत उन घरों तक पहुंचने के लिए एक मंच प्रदान करेगा जिनमें एफएचटीसी प्रदान किया जाना है. लगभग 29.90 लाख ग्रामीण परिवारों में से 28.75 लाख परिवारों का अब तक सर्वेक्षण किया जा चुका है और शेष घरों का सर्वेक्षण अगले सप्ताह तक होने की संभावना है.