चंडीगढ़: मनीमाजरा पुलिस थाना की पूर्व इंस्पेक्टर जसविंदर कौर के खिलाफ रिश्वत मामले में सीबीआई कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं. जसविंदर कौर पर एक केस को रफा-दफा करने के लिए पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है. कोर्ट में सीबीआई ने पूर्व इंस्पेक्टर जसविंदर कौर, कांस्टेबल सरबजीत सिंह, बिचौलिए भगवान सिंह, रणधीर सिंह और नरपिंदर सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
6 जून से शुरू होगा ट्रायल
इस मामले में सभी आरोपितों के खिलाफ छह जून से ट्रायल शुरू होगा. मामले में सीबीआई ने कुल 35 गवाह बनाए थे. मामले में सीबीआई पहले ही कांस्टेबल सरबजीत सिंह के 164 के बयान करवा चुकी है. जिसमें उसने कबूल किया था कि उन्होंने ही मनीमाजरा थाना की पूर्व एसएचओ जसविंदर कौर के कहने पर शिकायतकर्ता गुरदीप सिंह के खाली पेपर पर साइन करवाए थे.
ये भी पढ़ें- गाड़ी पर स्क्रैच मारने के चलते हुआ विवाद, दो भाईयों ने किया पड़ोसी का अपहरण, केस दर्ज
भगवान सिंह को सीबीआई ने 29 जून 2020 को गिरफ्तार किया था. फोन कॉल के बाद सीबीआई ने जसविंदर कौर पर भी केस दर्ज किया था. हालांकि वह उसी दिन फरार हो गई थी और 25 जुलाई को उसने कोर्ट में सरेंडर किया था. इन दोनों के अलावा बाकी 3 आरोपियों के नाम सीबीआई ने इन्वेस्टिगेशन के बाद शामिल किए हैं.
ये था पूरा मामला
मनीमाजरा निवासी गुरदीप सिंह की शिकायत पर सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई को दी शिकायत में उन्होंने बताया था जसविंदर कौर ने उससे केस दर्ज ना करने की एवज में पांच लाख रुपये मांगे हैं. जसविंदर ने गुरदीप से कहा था कि उसके खिलाफ रंधीर नाम के शख्स ने शिकायत दी है कि उसकी पत्नी को हरियाणा में ईटीओ लगवाने के लिए उसने 28 लाख रुपये लिए हैं.
जसविंदर ने कहा कि या तो रंधीर के पैसे वापस दे वरना तो उसके खिलाफ पुलिस केस दर्ज करेगी. फिर जसविंदर कौर ने गुरदीप से केस दर्ज ना करने के एवज में पांच लाख रुपये मांगे. रिश्वत की रकम बिचौलिए भगवान सिंह के जरिये दी जानी थी. इसके बाद वह बिचौलिए भगवान सिंह को पंजाब के जिला संगरूर के मेहलन चौक पर पहली किस्त के दो लाख रुपये भी दे आए, लेकिन इसके बाद जब वह एक लाख रुपये की दूसरी किस्त देने के लिए गए तो सीबीआई ने ट्रैप लगाकर भगवान सिंह को रंगे हाथ पकड़ा था.
ये भी पढ़ें- दूसरी शादी के बारे में पता लगने पर युवक ने रची ऐसी साजिश, सुसराल वालों के उड़ गए होश