सिरसा: हरियाणा विधानसभा चुनाव में सियासी पार्टियों द्वारा टिकट वितरण और नामांकन के बाद भी दलबदल का खेल जारी है. इसी कड़ी में इनेलो को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. इनेलो के पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी ने पार्टी को छोड़ दिया है. दोपहर 2 बजे चरणजीत सिंह रोड़ी ने कुमारी सैलजा की अगुवाई में कांग्रेस ज्वॉइन की.
कौन हैं चरणजीत सिंह रोड़ी?
चरणजीत सिंह रोड़ी इनेलो से 2014 में सिरसा से सांसद और एक बार कालांवाली से विधायक रह चुके हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी प्रत्याशी सुनीता दुग्गल से हार का मुंह देखना पड़ा था.
चरणजीत सिंह रोड़ी कभी अनाज मंडी में मुनीम की नौकरी करते थे. साल 2000 में रोड़ी गांव की सीट रिजर्व होने पर फर्म के मालिकों ने उन्हें चुनाव में खड़ा किया. चरणजीत चुनाव जीत गए. यहीं से उनके राजनीतिक करियर की शुरूआत हुई. 2005 में वे इनेलो की ओर से जिला परिषद सदस्य बने. 2009 में इनेलो-अकाली विधायक बने. इसके बाद 2014 में सांसद बने.
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इनेलो का अस्तित्व खतरे में!
हरियाणा की राजनीति में शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि नेता टिकट वितरण और नामांकन हो जाने के बाद भी दल बदल कर रहे हैं. एक समय था कि हरियाणा की राजनीति में देवीलाल परिवार की तूती बोलती थी. उनकी विरासत को आगे बढ़ाया उनके बेटे ओपी चौटाला ने. बाद में ओपी चौटाला का परिवार दो फाड़ हो गया और आज इनेलो का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है.