चंडीगढ़: पिछले 48 घंटों में दिल्ली-एनसीआर में मूसलाधार बारिश देखने को मिली है. जिससे दिल्ली और गुरुग्राम समेत कई इलाकों में भारी जलभराव हो गया है. गुरुग्राम में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. वहीं मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में दिल्ली एनसीआर में बारिश में कमी आएगी.
मौसम विभाग चंडीगढ़ के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली एनसीआर में वीरवार को पूरा दिन बारिश जारी रहेगी और शुक्रवार से बारिश में कमी देखने को मिलेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली एनसीआर और दक्षिण हरियाणा के कई हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिली है, जिससे शहरों में जलभराव हो गया है.
इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि में ज्यादातर शहरों का ड्रेनेज सिस्टम इतना सक्षम नहीं होता कि वह इस तरह की भारी बारिश को संभाल सके और इस वजह से शहरों में जलभराव देखने को मिला. उन्होंने कहा कि मानसून अभी जारी रहेगा, लेकिन भारी बारिश में कमी आएगी.
इस साल मानसून रहने वाला है लंबा
उन्होंने कहा कि जुलाई और अगस्त का महीना मानसून का महीना होता है. हालांकि पिछले कुछ सालों तक सितंबर आते-आते मानसून खत्म हो जाता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में ये देखने को मिला है कि मानसून सितंबर के महीने में भी जारी रहता है. मौसम विभाग ने पहले ही ये भविष्यवाणी कर दी थी कि इस साल मानसून लंबा रहने वाला है. इसको लेकर मौसम विभाग की ओर से लोगों और सरकार को सोशल मीडिया के जरिए जानकारी लगातार दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि दक्षिण हरियाणा के अलावा उत्तरी हरियाणा में भी बारिश जारी रहेगी. इसके अलावा जिस तरह से दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश देखने को मिली है हालांकि उस तरह की बारिश की संभावना कम है, लेकिन फिर भी आने वाले दिनों में एक या दो बार ऐसी बारिश फिर से हो सकती है.
कपास की फसल के लिए नुकसानदायक ज्यादा बारिश
खेती के बारे में बात करते हुए सुरेंद्र पॉल ने कहा कि इस बारिश से धान की फसल को नुकसान नहीं होगा. बल्कि ये बारिश फसल के लिए लाभदायक है. अगर कहीं पर ज्यादा जलभराव हो जाता है. तब फसल को नुकसान पहुंच सकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो किसान कपास की खेती कर रहे हैं उनके लिए यह बारिश नुकसानदायक हो सकती है क्योंकि ज्यादा बारिश कपास की फसल के लिए काफी हानिकारक है.
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