चंडीगढ़: सेक्टर 32 में पीजी में आग लगने के मामले में प्रशासनिक अधिकारी चंडीगढ़ में चल रहे अवैध पीजी पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं. वहीं पीजी में आग लगने के मामले में चंडीगढ़ की मेयर राजबाला मलिक कहा है कि प्रशासन के साथ-साथ पीजी में आने वाले बच्चों को भी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए. उनका ये बयान इस ओर इशारा करता है कि सारी जिम्मेदारी सिर्फ प्रशासन की नहीं है बल्कि खुद बच्चों की भी है.
उन्होंने कहा है कि इस हादसे में प्रशासन की लापरवाही से इनकार नहीं किया जा सकता लेकिन चंडीगढ़ में ज्यादातर पीजी अवैध तौर पर ही चल रहे हैं. ऐसे में बच्चों को समझना चाहिए कि उनकी सुरक्षा भी जरूरी है. लेकिन वो ये साफ नहीं कर पाई कि आखिर बच्चे अपने सुरक्षा का ध्यान कैसे रखेंगे. क्योंकि एक पीजी की सुरक्षा की जिम्मेदारी पीजी के मालिक पर होती है. साथ ही साथ प्रशासन पर भी होती है.
हालांकि बाद में मेयर ने कहा कि वो चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर से बात करेंगी और उनसे आग्रह करेंगी कि वे चंडीगढ़ में चल रहे अवैध पीजी का सर्वे करवाएं और उन पर जल्द से जल्द कार्रवाई करवाएं.
आपको बता दें कि चंडीगढ़ के सेक्टर 32 में स्थित पीजी में शनिवार को भयंकर आग लग गई. आग में झुलसने से तीन छात्राओं की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गई. मरने वाली छात्राओं की उम्र करीब 20 साल बताई जा रही है.
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