चंडीगढ़: पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि ये तो कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भागमती ने कुनबा जोड़ा वाली बात है. क्या भाजपा और जजपा ये बताएंगे कि अगला चुनाव वे एक साथ लड़ेंगे या नहीं.
'बीजेपी की हार कारण मैं बताता हूं'
पूर्व सीएम ने आगे कहा कि भाजपा एक महीने से हार के कारण ढूंढ रही है. इनको हार का कारण में बता देता हूं कि 2014 की घोषणाओं को पूरा न करने के कारण इनकी हार हुई. मीडिया ने ही इन्हें 75 पार दिखा के यहां तक पहुंचाया वरना ये 15 पर भी नहीं होते. अभी भी य नहीं सुधरे तो इनकी हालात 2014 से पहले वाली हो जाएगी.
'चंडीगढ़ छोड़ने की बात नहीं कही'
पूर्व सीएम ने विशाल हरियाणा के मुद्दे पर कहा कि मैंने चंडीगढ़ पर हक नहीं छोड़ा, मैंने विशाल हरियाणा के तौर पर दिल्ली को राजधानी बनाने की बात कही. चंडीगढ़ पर हमें जो हक मिला है उसे हम कभी नहीं छोड़ेंगे. इनके मंत्री अनिल विज ने 2014 में मंत्री बनने के बाद अपना हक चंडीगढ़ पर छोड़ दिया वे खुद अम्बाला में रह रहे हैं.
'घोटालों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की'
हुड्डा ने घोटालों को लेकर सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि धान खरीद घोटाला हुआ लेकिन क्लीन चिट दे दी कि घोटाला नहीं हुआ है. इसकी सीबीआई जांच होगी तो सब साफ हो जाएगा. माइनिंग का घोटाला आज अखबार की सुर्खियां बना हुआ है. माइनिंग की वजह से यमुना का रास्ता ही बदल गया है. यमुना के आसपास के इलाके के किसानों की जमीनों का जलस्तर निम्न स्तर पर पहुंच गया. ट्रांसपोर्ट घोटाले में भी कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की गई.
ये भी पढ़ेंः- गृह मंत्री के दरबार में हनीप्रीत ने लगाई गुहार, राम रहीम से मिलने की मांगी इजाजत
'प्रदूषण को लेकर किसान को दोषी बनाना गलत'
वहीं प्रदूषण के मुद्दे पर बोलते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदूषण का दोष किसानों पर डाला जा रहा है, यह गलत है. पराली की वजह से एक स्तर तक प्रदूषण होता है पर सरकार किसानों को कोई व्यवस्था तो दें. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कितने किसानों को 100 रुपए दिए गए सरकार ये बताए.
'बेरोजगारी और क्राइम में आज हरियाणा नंबर वन'
किसानों की बात करते हुए हुड्डा ने पूछा कि गैर बासमती की पैदावार हरियाणा में बहुत कम है ऐसे में किसानों को क्या सहूलियत दी गई. मेरी मांग है कि गन्ने की कीमत 375 रुपए प्रति क्विंटल दी जानी चाहिए. बेरोजगारी में आज हरियाणा नंबर वन है. साथ ही क्राइम में भी नंबर वन हो गया है. जेईई की रिक्रूटमेंट में आर्थिक आधार पर 5 नंबर की छूट बाहरी छात्रों को भी दी जा रही है जो गलत है, इसे सिर्फ हरियाणा के बच्चों के लिए रखना चाहिए. केएमपी पर 1 साल में 300 लोगों की जान एक्सीडेंट से गई. उस रोड़ को सरकार को तुरंत दुरुस्त करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: जर्जर इमारत और कक्षा पर लगे ताले, देखिए शिक्षा मंत्री गुरुग्राम के सरकारी स्कूल की हालत