- रेल बजट से पहले हरियाणा की योजनाओं को लेकर हो रही है चर्चा
राजनीतिक दलों से गठजोड़ के आरोप के बाद गुरनाम सिंह चढ़ूनी संयुक्त किसान मोर्चे की कमेटी से सस्पेंड - कांग्रेस नेताओं के संपर्क में थे चढ़ूनी- सूत्र
17:07 January 18
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15:04 January 18
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09:26 January 18
चढ़ूनी पर राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात करने का आरोप
चंडीगढ़: भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी को संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी से सस्पेंड किया गया है. जिसके बाद गुरनाम सिंह चढ़ूनी अब 19 जनवरी को सरकार के साथ होने वाली बैठक में भी शामिल नहीं हो पाएंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी से चढ़ूनी सस्पेंड
गुरनाम सिंह चढ़ूनी को राजनीतिक दलों से गठजोड़ के आरोप में संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी से सस्पेंड किया गया है. जिसके बाद मंगलवार को सरकार के साथ किसान संगठनों की होने वाली बैठक में चढ़ूनी अब हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा ने कमेटी बनाई
आरोप है कि गुरनाम सिंह चढ़ूनी कई राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में थे. उन पर कांग्रेस समेत आम आदमी पार्टी के नेताओं से मुलाकात करने का आरोप लगा है. जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने चढ़ूनी पर ये कार्रवाई की है. संयुक्त किसान मोर्चा ने 5 सदस्यीय कमेटी भी बनाई है. जिसके सामने चढ़ूनी अब अपना पक्ष रखेंगे.
सवालों के घेरे में चढ़ूनी की कार्यप्रणाली
भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है. गुरनाम सिंह पर सियासी जोड़-तोड़ के आरोप लगे हैं. राजनीतिक गतिविधियों में चढ़ूनी के हिस्सा लेने से संयुक्त किसान मोर्चा ने अब चढ़ूनी से दूरी बना ली है. चढ़ूनी को किसान मोर्चा की कमेटी और केंद्र सरकार से बात करने वाली कमेटी से भी बाहर कर दिया गया है.
कांग्रेस नेताओं के संपर्क में थे चढ़ूनी- सूत्र
गुरनाम सिंह चढ़ूनी पर आरोप है कि वह कांग्रेस नेताओं के लगातार संपर्क में हैं और उनसे मुलाकात तय कर रहे हैं. गुरनाम सिंह की तरफ से 22 और 23 जनवरी को एक किसान संसद का आयोजन किया गया है. जिसमें कृषि कानूनों के विरोध करने वाले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत विपक्ष के पूर्व विधायकों, सांसदों, पूर्व सांसदों को बुलाया गया है. इस किसान संसद के लिए भी संयुक्त किसान मोर्चा से इजाजत नहीं ली गई.
ये भी पढ़ें- गुरनाम चढ़ूनी के नाम से फेसबुक पर मांगा जा रहा है चंदा, चढ़ूनी बोले- फेक है पोस्ट
संयुक्त किसान मोर्चा का स्पष्टीकरण
- संयुक्त किसान मोर्चा, गुरनाम सिंह चढ़ूनी द्वारा बुलाई गई समस्त राजनीतिक दलों की बैठक से संबंध नहीं रखता है.
- संयुक्त किसान मोर्चा गुरनाम सिंह चढ़ूनी द्वारा राजनीतिक दलों के साथ की जा रही गतिविधियों से संबंध नहीं रखता है.
- संयुक्त किसान मोर्चा, राजनीतिक दलों के साथ गुरनाम सिंह चढ़ूनी की चल रही गतिविधियों पर ध्यान देने के बाद, मोर्चे की एक आम सभा में चर्चा करके, एक समिति का गठन किया है. जो इस मामले में जांच करेगी और 3 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा आगे के कदम उठाएगा.
17:07 January 18
रेल मंत्री से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल
- रेल बजट से पहले हरियाणा की योजनाओं को लेकर हो रही है चर्चा
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थोड़ी देर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से होगी बैठक
- बजट पर वित्त मंत्री से मुख्यमंत्री करेंगे चर्चा
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09:26 January 18
चढ़ूनी पर राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात करने का आरोप
चंडीगढ़: भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी को संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी से सस्पेंड किया गया है. जिसके बाद गुरनाम सिंह चढ़ूनी अब 19 जनवरी को सरकार के साथ होने वाली बैठक में भी शामिल नहीं हो पाएंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी से चढ़ूनी सस्पेंड
गुरनाम सिंह चढ़ूनी को राजनीतिक दलों से गठजोड़ के आरोप में संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी से सस्पेंड किया गया है. जिसके बाद मंगलवार को सरकार के साथ किसान संगठनों की होने वाली बैठक में चढ़ूनी अब हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा ने कमेटी बनाई
आरोप है कि गुरनाम सिंह चढ़ूनी कई राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में थे. उन पर कांग्रेस समेत आम आदमी पार्टी के नेताओं से मुलाकात करने का आरोप लगा है. जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने चढ़ूनी पर ये कार्रवाई की है. संयुक्त किसान मोर्चा ने 5 सदस्यीय कमेटी भी बनाई है. जिसके सामने चढ़ूनी अब अपना पक्ष रखेंगे.
सवालों के घेरे में चढ़ूनी की कार्यप्रणाली
भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है. गुरनाम सिंह पर सियासी जोड़-तोड़ के आरोप लगे हैं. राजनीतिक गतिविधियों में चढ़ूनी के हिस्सा लेने से संयुक्त किसान मोर्चा ने अब चढ़ूनी से दूरी बना ली है. चढ़ूनी को किसान मोर्चा की कमेटी और केंद्र सरकार से बात करने वाली कमेटी से भी बाहर कर दिया गया है.
कांग्रेस नेताओं के संपर्क में थे चढ़ूनी- सूत्र
गुरनाम सिंह चढ़ूनी पर आरोप है कि वह कांग्रेस नेताओं के लगातार संपर्क में हैं और उनसे मुलाकात तय कर रहे हैं. गुरनाम सिंह की तरफ से 22 और 23 जनवरी को एक किसान संसद का आयोजन किया गया है. जिसमें कृषि कानूनों के विरोध करने वाले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत विपक्ष के पूर्व विधायकों, सांसदों, पूर्व सांसदों को बुलाया गया है. इस किसान संसद के लिए भी संयुक्त किसान मोर्चा से इजाजत नहीं ली गई.
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संयुक्त किसान मोर्चा का स्पष्टीकरण
- संयुक्त किसान मोर्चा, गुरनाम सिंह चढ़ूनी द्वारा बुलाई गई समस्त राजनीतिक दलों की बैठक से संबंध नहीं रखता है.
- संयुक्त किसान मोर्चा गुरनाम सिंह चढ़ूनी द्वारा राजनीतिक दलों के साथ की जा रही गतिविधियों से संबंध नहीं रखता है.
- संयुक्त किसान मोर्चा, राजनीतिक दलों के साथ गुरनाम सिंह चढ़ूनी की चल रही गतिविधियों पर ध्यान देने के बाद, मोर्चे की एक आम सभा में चर्चा करके, एक समिति का गठन किया है. जो इस मामले में जांच करेगी और 3 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा आगे के कदम उठाएगा.