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अशोक तंवर ने जेजेपी को दिया समर्थन, कहा- तीसरे और चौथे नंबर का चुनाव लड़ेगी कांग्रेस

अशोक तंवर ने दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में जेजेपी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान तंवर ने जेजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया.

अशोक तंवर ने जेजेपी को दिया समर्थन
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Published : Oct 16, 2019, 11:38 AM IST

Updated : Oct 16, 2019, 2:19 PM IST

चंडीगढ़/दिल्ली: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तपिश चरम पर है. कांग्रेस में उठापठक के बीच अब हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने आज जेजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया. अशोक तंवर दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में जेजेपी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि सभी 36 बिरादरी को दुष्यंत का साथ देना चाहिए.

अशोक तंवर और जेजेपी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस

हरियाणा विधानसभा चुनाव में नया सियासी मोड़
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक तंवर ने कहा कि समर्थकों से चर्चा करने के बाद हमने ये फैसला किया है और अब कांग्रेस तीसरे और चौथे नंबर पर लड़ाई लड़ेगी. उन्होंने कहा कि आज से सर्जिकल स्ट्राइक शुरू हो गई है, अब कांग्रेस का घमंड टूटेगा.

'दुष्यंत को बनना चाहिए सीएम'
जेजेपी को समर्थन देते हुए तंवर ने कहा कि हम 21 तारीख तक साथ लड़ेंगे. दुष्यंत प्रदेश का युवा चेहरा है और इनको सीएम बनना चाहिए और हम अच्छे लोगों के साथ हैं.

'महिलाओं के प्रति मुख्यमंत्री का रवैया ठीक नहीं'
वहीं सीएम खट्टर के मरी हुई चुहिया वाले बयान पर बोलते हुए तंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री का महिलाओं के लिए रवैया ठीक नहीं है.

'तंवर के साथ एक-एक ग्यारह बनकर काम करेंगे'
वहीं इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने तंवर को शुक्रिया अदा करते कहा कि अब हरियाणा बदलाव चाहता है और कांग्रेस का घमंड अब टूटेगा. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अशोक तंवर मेरे लिए बड़े भाई और सारथी बनकर आगे चलेंगे. उन्होंने कहा कि हम प्रदेश को नई उम्मीद देंगे और तंवर के साथ एक-एक ग्यारह बनकर काम करेंगे.

तंवर के पास प्रदेश में बचा सिर्फ एक ही विकल्प!
बता दें कि टिकट बंटवारे से नाराज हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. तंवर के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने पहले ही ये साफ कर दिया था कि वो बीजेपी में शामिल नहीं होंगे. उनके पास बीजेपी में शामिल होने का निमंत्रण भी आ चुका है.

तंवर को नहीं मना पाई कांग्रेस
बीच में ये भी कहा जा रहा था कि कांग्रेस अशोक तंवर को मना लेगी और वापस पार्टी में ले आएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दरअसल, अशोक तंवर को हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से एक भी टिकट नहीं दी गई थी. अशोक तंवर अपने समर्थकों के लिए 15 टिकट मांग रहे थे लेकिन जब टिकटों की घोषणा हुई तो तंवर के हिस्से में एक भी सीट नहीं आयी. इसके बाद अपने समर्थकों की अनदेखी से नाराज तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.

ये भी पढ़ें: 'हरियाणा का चक्रव्यूह': कुमारी सैलजा ने बीजेपी पर लगाया झूठ बोलने का आरोप

चंडीगढ़/दिल्ली: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तपिश चरम पर है. कांग्रेस में उठापठक के बीच अब हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने आज जेजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया. अशोक तंवर दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में जेजेपी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि सभी 36 बिरादरी को दुष्यंत का साथ देना चाहिए.

अशोक तंवर और जेजेपी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस

हरियाणा विधानसभा चुनाव में नया सियासी मोड़
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक तंवर ने कहा कि समर्थकों से चर्चा करने के बाद हमने ये फैसला किया है और अब कांग्रेस तीसरे और चौथे नंबर पर लड़ाई लड़ेगी. उन्होंने कहा कि आज से सर्जिकल स्ट्राइक शुरू हो गई है, अब कांग्रेस का घमंड टूटेगा.

'दुष्यंत को बनना चाहिए सीएम'
जेजेपी को समर्थन देते हुए तंवर ने कहा कि हम 21 तारीख तक साथ लड़ेंगे. दुष्यंत प्रदेश का युवा चेहरा है और इनको सीएम बनना चाहिए और हम अच्छे लोगों के साथ हैं.

'महिलाओं के प्रति मुख्यमंत्री का रवैया ठीक नहीं'
वहीं सीएम खट्टर के मरी हुई चुहिया वाले बयान पर बोलते हुए तंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री का महिलाओं के लिए रवैया ठीक नहीं है.

'तंवर के साथ एक-एक ग्यारह बनकर काम करेंगे'
वहीं इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने तंवर को शुक्रिया अदा करते कहा कि अब हरियाणा बदलाव चाहता है और कांग्रेस का घमंड अब टूटेगा. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अशोक तंवर मेरे लिए बड़े भाई और सारथी बनकर आगे चलेंगे. उन्होंने कहा कि हम प्रदेश को नई उम्मीद देंगे और तंवर के साथ एक-एक ग्यारह बनकर काम करेंगे.

तंवर के पास प्रदेश में बचा सिर्फ एक ही विकल्प!
बता दें कि टिकट बंटवारे से नाराज हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. तंवर के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने पहले ही ये साफ कर दिया था कि वो बीजेपी में शामिल नहीं होंगे. उनके पास बीजेपी में शामिल होने का निमंत्रण भी आ चुका है.

तंवर को नहीं मना पाई कांग्रेस
बीच में ये भी कहा जा रहा था कि कांग्रेस अशोक तंवर को मना लेगी और वापस पार्टी में ले आएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दरअसल, अशोक तंवर को हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से एक भी टिकट नहीं दी गई थी. अशोक तंवर अपने समर्थकों के लिए 15 टिकट मांग रहे थे लेकिन जब टिकटों की घोषणा हुई तो तंवर के हिस्से में एक भी सीट नहीं आयी. इसके बाद अपने समर्थकों की अनदेखी से नाराज तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.

ये भी पढ़ें: 'हरियाणा का चक्रव्यूह': कुमारी सैलजा ने बीजेपी पर लगाया झूठ बोलने का आरोप

Last Updated : Oct 16, 2019, 2:19 PM IST
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