चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज से जुड़ी तीसरी किस्त को लेकर की गई घोषणाओं में कृषि क्षेत्र के लिए पैकेज घोषित करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया.
'पैकेज से किसान समृद्ध होंगे'
उन्होंने कहा कि इस पैकेज से देश और प्रदेश के किसान समृद्ध होंगे और उनकी आमदनी में वृद्धि होगी. जेपी दलाल ने कहा कि आज जो ये पैकेज घोषित हुआ है, ये उम्मीद से ज्यादा है और ये पैकेज देकर किसानों को खुश कर दिया है. इससे कृषि क्षेत्र के बुनियादे ढांचे में जो बदलाव आएगा. उससे देश और हरियाणा में कृषि का स्वरूप बदल जाएगा.
उन्होंने कहा कि जो छोटे-छोटे किसान हैं. उनके लिए भी 10 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान, ताकि वे भी प्रोसेसिंग के लिए इस पूंजी का सदुपयोग कर सकें. मछली पालन, डेयरी और सब्जियों व फलों की आवागमन के लिए भी आज कई घोषणाएं की गई हैं, जिनका किसान को बहुत लाभ होगा.
उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर मार्केटिंग और आवश्यक वस्तु अधिनियम में भी संशोधन करने की बात कही गई है, इसका परिणाम ये होगा कि किसान अपने फार्म पर छोटे-छोटे यूनिट लगा सकेंगे और प्रोसेसिंग का काम कर सकेंगे, अब रोजगार के लिए शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि इस पैकेज से आने वाले समय में किसान रोजगार लेने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनेंगे.
'पैकेज उम्मीद से ज्यादा'
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री की खासियत है कि हर संकट को अवसर में बदलना जानते हैं और किसानों के लिए उन्होंने जो इतना जबरदस्त पैकेज दिया है ये उम्मीद से ज्यादा है.
'दूध उत्पादन के लिए सब्सिडी का पैसा अलग से दिया जाएगा'
जेपी दलाल ने कहा कि 2 दिन पहले जो घोषणा हुई थी उसमें ढाई करोड़ किसानों के लिए दो लाख करोड़ की लिक्विडिटी अलग से किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से डाली जाएगी ये बताया गया था. वहीं दूध उत्पादन के लिए सब्सिडी का पैसा अलग से दिया जाएगा. फल और सब्जी वालों के लिए अलग से पैसों का प्रावधान किया गया.
'खेती की शक्ल बदलने वाली है'
उन्होंने कहा कि आज जो पैसा डाला है अतिरिक्त लिक्विडिटी के लिए एक लाख करोड़ रुपये फार्म गेट जो इन्वेस्टमेंट होगी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए उससे देश व हरियाणा की खेती की शक्ल बदलने वाली है. क्योंकि किसान को उसकी फसल का सही मूल्य नहीं मिलता प्रोसेसिंग होने के बाद उसी का 3 गुना 4 गुना 5 गुना मूल्य हो जाता है. बीच वाले इसका फायदा उठा लेते हैं, लेकिन ये पैसा लगने के बाद जो प्रोजेक्ट्स फार्म गेट पर लगेंगे उससे किसान की आमदनी बढ़ेगी.
'छोटे किसानों के लिए 10 हजार करोड़ का प्रावधान'
इस प्रकार जो छोटे-छोटे किसान हैं. उनके लिए 10 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान उनके लिए किया है और वो भी प्रोसेसिंग करके जो बिगर एंटरप्राइज नहीं है या एफपीओ नहीं है, सिंगल किसानों के लिए भी और प्रावधान किया है की प्रोसेसिंग करने के लिए इस पूंजी का सदुपयोग करें.
'किसान को उड़ने के लिए खुली छूट दे दी है'
कृषि मंत्री ने कहा कि किसान को उड़ने के लिए जो खुली छूट दे दी है उसको आजाद कर दिया है. मार्केटिंग बोर्ड के माध्यम से प्रदेशभर की कमेटियां जहां किसान इधर से उधर जाती थी उसके ऊपर टैक्स लगता था. उस पर पाबंदियां थी आज जो संशोधन करने जा रहे हैं, इससे भारत का किसान कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक जहां उसको अपनी फसल का अच्छा भाव मिलेगा चाहे पसंद हो सब्जी हो गेहूं कोई भी फसल हो अपने उसकी फसल का नेगोशिएट करके बेस्ट प्राइस किसान लेने में सफल होगा.
इसी प्रकार एसेंशियल कमोडिटी पर भी एक बंद था कि एक निश्चित मात्रा में आलू-प्याज रख सकते थे अब किसान को मुक्त करने के लिए आज प्रावधान किया है. अब जो पैसा हमारे पास आएगा. किसान अपने फार्म पर छोटे-छोटे यूनिट लगाकर प्रोसेसिंग का काम करेंगे और वैल्यू एडिशन का काम करेंगे. रोजगार के लिए उन्हें शहरों में भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
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