चंडीगढ़: प्रौढ़ शिक्षा विभाग में काम करने वाली महिला कर्मचारियों ने प्रौढ़ शिक्षा विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर अनीता लेखी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इन महिलाओं ने अनीता लिखी पर कई गंभीर आरोप लगाए. महिलाओं ने कहा कि अनीता लेखी इन्हें काम नहीं करने दे रही हैं. एक तो ये लोग 700 रुपये से लेकर 14 सौ रुपये की छोटी सी सैलरी में काम करते हैं और प्रौढ़ उम्र की महिलाओं को पढ़ना लिखना सिखाते हैं.
इनका कहना है कि हमें पढ़ाने के लिए महिलाओं को खुद ढूंढना पड़ता है और उसके बाद उन्हें स्कूलों में बुलाना पड़ता है. ताकि हम उन्हें पढ़ा सकें ये एक मुश्किल काम है. क्योंकि आमतौर पर महिलाएं पढ़ने के लिए तैयार नहीं होती.
जब हम महिलाओं को स्कूल में बुलाना शुरू कर देते हैं. तभी अनीता लेखी हमारा सेंटर वहां से बंद करवा कर किसी और स्कूल में ट्रांसफर करवा देती हैं. हमें फिर नई जगह पर जाकर दूसरी महिलाओं को पढ़ने के लिए तैयार करना पड़ता है और इस तरह अनीता लेखी हमें महिलाओं को पढ़ाने नहीं दे रही हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि साथ ही वो हमें पढ़ने आई महिलाओं के सामने बेइज्जत करती हैं. यहां तक कि वो हमारे साथ गाली-गलौज भी करती हैं. जिससे हम बहुत परेशान हैं अगर कोई महिला कर्मचारी 1 दिन की छुट्टी कर लेती है तो उसकी सैलरी से ₹23 काट लिए जाते हैं.
उन्होंने बताया कि हमने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें हमने अनीता लेखी खिलाफ सभी शिकायतों को लिखा है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि हमारी इस समस्या का जल्दी समाधान किया जाएगा.