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सीएम और गृह मंत्री में मेलजोल की कमी, बातचीत करने के बजाए करते हैं पत्राचार- अभय

इनेलो विधायक अभय चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के बीच आपसी तालमेल में कमी बताई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री आपस में बातचीत करने की बजाए पत्राचार करते हैं.

abhay chautala
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Published : May 28, 2020, 8:31 AM IST

चंडीगढ़: इनेलो विधायक अभय चौटाला ने आरोप लगाते हुए सरकार को बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर जमकर घेरा. चौटाला का आरोप है कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आपस में बातचीत करने की बजाय लिखित रूप में कोरोना के बारे में पत्राचार करते हैं, जो दर्शाता है कि मंत्रिमंडल के वरिष्ठ नेताओं में आपस में मेलजोल की कमी है.

मास्क अनिवार्य करने के फैसले का किया स्वागत

मास्क पहनना अनिवार्य करने के गृह मंत्री के फैसले का समर्थन करते हुए इनेलो नेता ने कहा कि गृहमंत्री की ये बात बिल्कुल सही है कि हरियाणा में मास्क लगाना अनिवार्य हो और कोरोना संक्रमण से बचने के लिए तुरंत ऐसे नियम बनाए जाएं जिससे प्रदेश के नागरिकों की जान माल की सुरक्षा की जा सके. वहीं प्रदेश में एक ही दिन में कोरोना के 102 मरीजों का मिलना आने वाले समय के लिए शुभ संकेत नहीं हैं.

ये भी पढ़ें- टिड्डी दल के हमले से पहले हरियाणा अलर्ट, कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बनाई रणनीति

वहीं प्रदेश में हुए एक लाख लोगों की कोरोना टेस्टिंग को अभय चौटाला ने ऊंठ के मुंह में जीरा बताया. अभय ने कहा कि अभी तक एक लाख नागरिकों की टेस्टिंग की गई है जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के सामान है. प्रदेश की लगभग ढाई करोड़ आबादी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेस्टिंग प्रक्रिया में तेजी लाना अति आवश्यक है ताकि वास्तविक कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या का पता लगाया जा सके. ऐसा लगता है कि स्वास्थ्य विभाग के पास पीपीई कीटनाशकों व अन्य व्यवस्थाओं की उचित उपलब्धता नहीं है, जिसकी वजह से कोरोना वॉरियर्स अपनी सुरक्षा के लिए जेब से खर्च करके मास्क का आदि का प्रबंध करते हैं.

लॉकडाउन-4 में मिली ढील के बाद मरीज बढ़े

बाजार और दुकानों को खोलने के मुद्दे पर इनेलो नेता ने कहा कि सिरसा जिले में लॉकडाउन का चौथा चरण अंतिम दिनों में और उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री शहर में व्यापारी संस्थानों व दुकानों आदि के खोलने पर एकमत नहीं है, जिसकी वजह से व्यापारियों और प्रशासन के लिए असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. प्रशासन के अधिकारी असमंजस में हैं.

हरियाणा सरकार की तरफ से लॉकडाउन-4 में दी गई ढील के कारण कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय है. हरियाणा सरकार मंत्रियों में तालमेल की कमी होने की वजह से कोरोना के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं अपना रही. अगर सरकार कोरोना को रोकने में कामयाब होते ही तो उसका श्रेय भी दिया जाएगा, अन्यथा सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकेगी.

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम में एक दिन में मिले 20 नए पॉजिटिव केस, बीएसएफ कैंप तक पहुंचा कोरोना

चंडीगढ़: इनेलो विधायक अभय चौटाला ने आरोप लगाते हुए सरकार को बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर जमकर घेरा. चौटाला का आरोप है कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आपस में बातचीत करने की बजाय लिखित रूप में कोरोना के बारे में पत्राचार करते हैं, जो दर्शाता है कि मंत्रिमंडल के वरिष्ठ नेताओं में आपस में मेलजोल की कमी है.

मास्क अनिवार्य करने के फैसले का किया स्वागत

मास्क पहनना अनिवार्य करने के गृह मंत्री के फैसले का समर्थन करते हुए इनेलो नेता ने कहा कि गृहमंत्री की ये बात बिल्कुल सही है कि हरियाणा में मास्क लगाना अनिवार्य हो और कोरोना संक्रमण से बचने के लिए तुरंत ऐसे नियम बनाए जाएं जिससे प्रदेश के नागरिकों की जान माल की सुरक्षा की जा सके. वहीं प्रदेश में एक ही दिन में कोरोना के 102 मरीजों का मिलना आने वाले समय के लिए शुभ संकेत नहीं हैं.

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वहीं प्रदेश में हुए एक लाख लोगों की कोरोना टेस्टिंग को अभय चौटाला ने ऊंठ के मुंह में जीरा बताया. अभय ने कहा कि अभी तक एक लाख नागरिकों की टेस्टिंग की गई है जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के सामान है. प्रदेश की लगभग ढाई करोड़ आबादी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेस्टिंग प्रक्रिया में तेजी लाना अति आवश्यक है ताकि वास्तविक कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या का पता लगाया जा सके. ऐसा लगता है कि स्वास्थ्य विभाग के पास पीपीई कीटनाशकों व अन्य व्यवस्थाओं की उचित उपलब्धता नहीं है, जिसकी वजह से कोरोना वॉरियर्स अपनी सुरक्षा के लिए जेब से खर्च करके मास्क का आदि का प्रबंध करते हैं.

लॉकडाउन-4 में मिली ढील के बाद मरीज बढ़े

बाजार और दुकानों को खोलने के मुद्दे पर इनेलो नेता ने कहा कि सिरसा जिले में लॉकडाउन का चौथा चरण अंतिम दिनों में और उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री शहर में व्यापारी संस्थानों व दुकानों आदि के खोलने पर एकमत नहीं है, जिसकी वजह से व्यापारियों और प्रशासन के लिए असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. प्रशासन के अधिकारी असमंजस में हैं.

हरियाणा सरकार की तरफ से लॉकडाउन-4 में दी गई ढील के कारण कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय है. हरियाणा सरकार मंत्रियों में तालमेल की कमी होने की वजह से कोरोना के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं अपना रही. अगर सरकार कोरोना को रोकने में कामयाब होते ही तो उसका श्रेय भी दिया जाएगा, अन्यथा सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकेगी.

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