चंडीगढ़: बुधवार को एक स्पेशल चाटर्ड विमान चंडीगढ़/ मोहाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा. इसमें 177 भारतीय युवा सवार थे. यह सभी वो नौजवान हैं जो कोरोना काल में विदेशों में फंस गए थे और इंटरनेशनल फ्लाइटस बंद होने के कारण वहां जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहे थे क्योंकि इन सभी की नौकरियां भी चली गई थीं. एक स्पेशल चाटर्ड विमान के जरिए इन्हें यूएई से एयरलिफ्ट किया गया है.
ये फ्लाइट चैरिटेबल ट्रस्ट सरबत दा भला की ओर से चलाई गई थी. ट्रस्ट के हेड डॉ. ओबराॅय के मुताबिक अभी भी हजाराें की संख्या में भारतीय लोग अरब देशाें में फंसे हुए हैं जोकि बेरोजगार हैं. ये सब कोरोना महामारी के कारण हुआ है. नौकरियां चले जाने के कारण ऐसे लोग खाने के लिए मोहताज हो गए थे इसलिए जब ट्रस्ट को इस बारे में पता चला तो उन्होंने अपने खर्चे पर चार जहाज में बुकिंग करवाई. इनमें से दो पहले ही भारत आ चुके हैं.
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कोविड-19 से संबंधित सभी उपाय हवाई अड्डे पर किए गए हैं. सभी यात्रियों की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच की गई. सभी यात्रियों को संबंधित राज्यों द्वारा जारी प्रोटोकॉल के अनुसार क्वारंटीन के लिए भेजा गया. अब यह सभी यात्री अपने गृहराज्य में 14 दिन तक क्वारंटीन रहेंगे.
बता दें कि, पहले चरण में 4 विशेष उड़ानों में से पहली चार्टर उड़ान 7 जुलाई को रास अल खेमा (यूएई) हवाई अड्डे से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंची थी. उसमें 177 पंजाबियों को वापस लाया गया था. दूसरी विशेष उड़ान भी रास अल खेमा (यूएई) हवाई अड्डे से पंजाब और हरियाणा से संबंधित 174 लोगों को 13 जुलाई को लेकर अमृतसर के श्री गुरु रामदास हवाई अड्डे पर पहुंची थी. वहीं 14 जुलाई को भी एक स्पेशल फ्लाइट विभिन्न राज्यों के 175 यात्रियों को यूएई से लेकर चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंची थी.
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