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भिवानी: अंचल अस्पताल और नीलकंठ अल्ट्रासाउंड की कथित वायरल वीडियो मामले में बड़ा खुलासा - नीलकंठ अल्ट्रासाउंड भिवानी न्यूज

अंचल नर्सिंग होम और नीलकंठ अल्ट्रासाऊंड केंद्र के संचालकों पर कथित मिलीभगत का आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने वाले वायरल वीडिय़ो का सच आखिर सामने आ ही गया. डॉक्टर्स ने आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

viral video case of anchal Hospital
viral video case of anchal Hospital
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Published : Jul 3, 2020, 1:39 PM IST

भिवानी: अंचल नर्सिंग होम और नीलकंठ अल्ट्रासाऊंड केंद्र के संचालकों पर कथित मिलीभगत का आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने वाले वायरल वीडिय़ो का सच आखिर सामने आ ही गया. दोनों केंद्रों के संचालकों ने सबूतों के साथ पूरे मामले का पर्दाफाश किया है. बता दें कि 3 मई को भिवानी के अंचल नर्सिंग होम में भिवानी के लाजपत कॉलोनी निवासी वीरेंद्र पुत्र राजेंद्र नामक शख्स पेट और कमर दर्द की शिकायत लेकर आया था, उसने बताया था कि वो दो तीन दिन से सरकारी अस्पताल में उपचार करवा रहा था, लेकिन उसे आराम नहीं हुआ. तब चिकित्सक डॉक्टर विनोद अंचल ने उसे सुबह खाली पेट अल्ट्रासाऊंड करवाने की सलाह दी गई थी.

अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए यो शख्स शहर के नामी अल्ट्रासाऊंड केंद्र नीलकंठ केंद्र पर गया. जहां अल्ट्रासाऊंड केंद्र में उसे पित्त की थैली की नैक में पथरी बताई गई. वापस मरीज वीरेंद्र डॉक्टर अंचल अस्पताल में गया. जहां पर डॉक्टर ने उसे कहा कि ऑपरेशन से ये पथरी निकालनी सम्भव है. मरीज को समय रहते इसका इलाज करवाने की सलाह दी गई. ये भी बताया गया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पथरी आगे और नुकसान कर सकती है.

डॉक्टर्स ने आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

डॉक्टर ने मरीज को फौरी तौर पर दर्द निवारक दवाईयां दी और बाद में आने की कहकर वहां से चला गया. इसके एक सप्ताह बाद उस शख्स ने सोशल मीडिया, वॉटसअप, यूट्यूब पर प्रचार किया कि उसे पथरी थी ही नहीं. मरीज ने डॉक्टर पर अल्ट्रासाऊंड केंद्र संचालक से मिलीभगत कर पैसे ऐठने का आरोप लगाया. मरीज ने इससे संबंधित एक वीडियो भी वायरल किया. जिससे दोनों डॉक्टर्स की कार्यशैली पर सवाल खड़े गो गए थे.

ये भी पढ़ें- सोनीपत: वीरवार को सामने आए 82 नए कोरोना केस, 1468 पहुंचा कुल संक्रमितों का आंकड़ा

मामले में नया मोड़ तब आया जब जानकारी मिली कि मरीज हिसार के शांति जीआई अस्पताल में भर्ती है और उसने वहां ऑपरेशन करवाया है. मामले की तह तक जाने पर साक्ष्य भी मिले. जिसकी बिनाह पर पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ. वीरवार को डॉक्टर विनोद अंचल ने अन्य सहयोगियों के साथ साक्ष्यों सहित मीडिया के सामने खुलासा किया और सारी जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत की. जिसमें दिखाया गया कि भिवानी नीलकंठ अल्ट्रसाऊंड की रिपोर्ट और हिसार अस्पताल में करवाई गई रिपोर्ट एक समान थी.

डॉक्टर्स ने कहा कि आरोपी ने उनकी उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की है. चिकित्सकों ने इस मामले में गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. डॉक्टर्स ने कहा कि कोरोना काल में इस तरह की घटनाओं ने डॉक्टर का मनोबल टूटता है. इसलिए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

भिवानी: अंचल नर्सिंग होम और नीलकंठ अल्ट्रासाऊंड केंद्र के संचालकों पर कथित मिलीभगत का आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने वाले वायरल वीडिय़ो का सच आखिर सामने आ ही गया. दोनों केंद्रों के संचालकों ने सबूतों के साथ पूरे मामले का पर्दाफाश किया है. बता दें कि 3 मई को भिवानी के अंचल नर्सिंग होम में भिवानी के लाजपत कॉलोनी निवासी वीरेंद्र पुत्र राजेंद्र नामक शख्स पेट और कमर दर्द की शिकायत लेकर आया था, उसने बताया था कि वो दो तीन दिन से सरकारी अस्पताल में उपचार करवा रहा था, लेकिन उसे आराम नहीं हुआ. तब चिकित्सक डॉक्टर विनोद अंचल ने उसे सुबह खाली पेट अल्ट्रासाऊंड करवाने की सलाह दी गई थी.

अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए यो शख्स शहर के नामी अल्ट्रासाऊंड केंद्र नीलकंठ केंद्र पर गया. जहां अल्ट्रासाऊंड केंद्र में उसे पित्त की थैली की नैक में पथरी बताई गई. वापस मरीज वीरेंद्र डॉक्टर अंचल अस्पताल में गया. जहां पर डॉक्टर ने उसे कहा कि ऑपरेशन से ये पथरी निकालनी सम्भव है. मरीज को समय रहते इसका इलाज करवाने की सलाह दी गई. ये भी बताया गया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पथरी आगे और नुकसान कर सकती है.

डॉक्टर्स ने आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

डॉक्टर ने मरीज को फौरी तौर पर दर्द निवारक दवाईयां दी और बाद में आने की कहकर वहां से चला गया. इसके एक सप्ताह बाद उस शख्स ने सोशल मीडिया, वॉटसअप, यूट्यूब पर प्रचार किया कि उसे पथरी थी ही नहीं. मरीज ने डॉक्टर पर अल्ट्रासाऊंड केंद्र संचालक से मिलीभगत कर पैसे ऐठने का आरोप लगाया. मरीज ने इससे संबंधित एक वीडियो भी वायरल किया. जिससे दोनों डॉक्टर्स की कार्यशैली पर सवाल खड़े गो गए थे.

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मामले में नया मोड़ तब आया जब जानकारी मिली कि मरीज हिसार के शांति जीआई अस्पताल में भर्ती है और उसने वहां ऑपरेशन करवाया है. मामले की तह तक जाने पर साक्ष्य भी मिले. जिसकी बिनाह पर पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ. वीरवार को डॉक्टर विनोद अंचल ने अन्य सहयोगियों के साथ साक्ष्यों सहित मीडिया के सामने खुलासा किया और सारी जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत की. जिसमें दिखाया गया कि भिवानी नीलकंठ अल्ट्रसाऊंड की रिपोर्ट और हिसार अस्पताल में करवाई गई रिपोर्ट एक समान थी.

डॉक्टर्स ने कहा कि आरोपी ने उनकी उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की है. चिकित्सकों ने इस मामले में गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. डॉक्टर्स ने कहा कि कोरोना काल में इस तरह की घटनाओं ने डॉक्टर का मनोबल टूटता है. इसलिए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

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