भिवानी: नौकरी ने निकाले गए पीटीआई शिक्षकों ने मंगलवार को भिवानी लधु सचिवालय के बाहर हवन यज्ञ किया. हवन यज्ञ में आहुति डालकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला के लिए सद्बुद्धि की कामना की गई.
इस मौके पर कर्मचारी नेता सुकेश कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा हटाए गए 1983 पीटीआई की बहाली के लिए वे लम्बे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनकर बैठी है. अब तक सरकार की तरफ से कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गई जिससे सरकार की ओच्छी मानसिकता झलकती है.
उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों का समाधान समय रहते नहीं किया गया तो वे सभी जनसंगठनों, खाप पंचायतों, युवा क्लबों, पार्षदों, जिला पार्षदों सहित अन्य विभागों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे. जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी. उन्होंने मांग की है कि पीटीआई शिक्षकों की बहाली की जाए.
ये है पूरा मामला ?
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अप्रैल 2010 में 1983 पीटीआई को प्रदेशभर में भर्ती किया था. इस दौरान नियुक्तियों में असफल रहे अभ्यर्थियों में संजीव कुमार, जिले राम और एक अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगा चुनौती दी थी. याचिका में कहा गया था कि ऐसे उम्मीदवारों को भी नियुक्ति दी गई थी, जिनके शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी हैं.
हाई कोर्ट की सिंगल बेंच ने याचिका पर सुनवाई कर पीटीआई की भर्ती को रद्द कर दिया था. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला बरकरार रखा था. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए हरियाणा सरकार ने इसी साल 1983 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है. जिसके बाद से प्रदेशभर में पीटीआई शिक्षकों की बहाली को लेकर प्रदर्शन जारी है.
ये भी पढ़ें- PTI टीचर्स के मुद्दे पर सीएम का हुड्डा पर पलटवार, 'खुद पर उंगली उठने से डर रहे हैं'