भिवानी: जिले में शुक्रवार को पांचवा राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस मनाया गया. आयुर्वेदिक चिकित्सा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत जिले में 13 से 18 नवंबर तक राष्ट्रीय आयुर्वेदिक पखवाड़ा मनाया जाएगा. इस पखवाड़े की शुरूआत 13 नवंबर को धन्वंतरि जयंती के अवसर पर की जाएगी. जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि इस पखवाड़े में कंटेनमेंट जोन में आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण किया जाएगा.
कंटेनमेंट जोन में कोरोना संक्रमित लोगों को ये दवा निशुल्क वितरित की जाएगी. साथ ही कंटेनमेंट जोन में अन्य लोगों को भी औषधियां विभाग की तरफ से निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी. जिसमें आयुर्वेदा चमनपरास, आयुष कवच, गिलोय वटी सहित अन्य दवाइयां शामिल हैं.
डॉ. देवेंद्र ने बताया कि इस पखवाड़े का उद्देश्य कोरोना महामारी को आयुर्वेदिक पद्धति के ठीक करना है. उन्होंने बताया कि पखवाड़े के पहले दिन शुक्रवार को शहर में मुनादी करवा कर आमजन को राष्ट्रीय आयुष मिशन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से बीमारी दूर होने में थोड़ा समय जरूर लगता है, लेकिन इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता.
डॉ. देवेंद्र ने कहा कि जिन मरीजों का एलोपैथी से इलाज ना हो उसे आयुर्वेदिक पद्धति अपनानी चाहिए. इस दौरान जिला नोडल अधिकारी डॉ. संजय वैद ने बताया कि आयुर्वेदिक मिशन लगातार 4 वर्षों से चलाया जा रहा है और अब की बार पांचवा मिशन कोरोना महामारी को लेकर विशेष तौर पर चलाया जाएगा. जिसकी थीम आयुर्वेद रखी गई है.
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