भिवानी: सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर आगामी 26 नवंबर की राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारियों को लेकर हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन की खंड स्तरीय बैठक खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय कैरू प्रांगण में प्रधान राजेश बंगडवा की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक का संचालन उपाध्यक्ष रणबीर भानगढ़ द्वारा किया गया.
कर्मचारियों ने बैठक के दौरान सरकार और शिक्षा सदन में बैठे आला अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रोष जताया गया बैठक में मुख्य वक्ता के तौर पर जिला प्रधान सुकेश कुमार, वरिष्ठ उप प्रधान कमलचंद्र सरोहा ने बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार सरकारी विभागों का बड़ी तेजी के साथ निजीकरण कर रही है.
उन्होंने कहा कि पेपरलेस कार्यालय, आऊट सोर्सिंग, पीपीपी, ठेका प्रथा को बढ़ावा दिया जा रहा है. केंद्र और राज्य सरकार की किसान, मजदूर, कर्मचारी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेने का फैसला लिया है. भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने सांझा न्यूनतम कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों की मांगों को लागू करने का आश्वासन दिया था. लेकिन कोरा आश्वासन कागजों तक ही सिमट कर रह गया.
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की मांगों का समाधान करना तो दूर रहा उलटा डीए और एलटीसी पर ही प्रतिबंध लगा दिया. भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली से हरियाणा सरकार की रीढ़ कहलाने वाला मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारी काफी खफा है. राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारियों में खंड स्तर पर दो-दो टीम बनाकर डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है. राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर कर्मचारियों में काफी उत्साह है.
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उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में ऑनलाईन स्थानांतरण में मिडिल स्कूलों की पोस्ट केप्ट कर दूर दराज स्थातांरित लिपिकों का समायोजन करवाने, पंजाब के समान वेतनमान, पुरानी पेंशन बहाली, वरिष्ठता सूची अपडेट, कच्चे कर्मचारियों को पक्का, समान काम समान वेतन, और पदोन्नतियां, एसीपी प्रमोशनल पदानुसार, योगयता अनुरूप शिक्षक के पद पर समायोजित, टाईप टेस्ट, एसईटीसी की शर्त समाप्त आदि है.