भिवानी: प्रदेश के कृषि व पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि किसान हित को सर्वोपरि मानते हुए प्रदेश में एक अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद शुरू की (Kharif Crops Procurement in Bhiwani) जाएगी. सरकार की ओर से दो लाख मीट्रिक टन बाजरे की खरीद का लक्ष्य रखा गया है. बिजाई के रकबे को देखते हुए शेष उपज के लिए किसानों को भावांतर भरपाई योजना का लाभ दिया जाएगा. कृषि मंत्री ने कहा कि किसान को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े, इसके लिए प्रदेश में सौ से अधिक मंडियों की व्यवस्था की गई है.
कृषि मंत्री ने कहा कि खरीफ की फसलों की खरीद की शुरुआत एक अक्टूबर से होगी. इस दौरान मूंग, मूंगफली, अरहर, उड़द और तिल की खरीद होगी. इस संबंध में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विपणन सत्र-2022-23 के दौरान खरीफ फसलों की खरीद के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे कि किसानों को अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी ना हो.
भिवानी में खरीफ की फसल की खरीदारी के बारे में उन्होंने कहा कि विपणन सत्र 2022-23 (Marketing Session 2022) के दौरान मूंग की खरीद एक अक्टूबर से शुरू होगी और यह 15 नवंबर 2022 तक जारी रहेगी. मूंगफली की खरीद एक नवंबर से 31 दिसंबर 2022 तक की जाएगी. इसके अलावा, अरहर, उड़द और तिल की खरीद एक दिसंबर से शुरू होगी और 31 दिसंबर 2022 तक जारी रहेगी. खरीफ फसलों की खरीद भारत सरकार की ओर से घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी.
राज्य खरीद एजेंसियों जैसे हरियाणा राज्य भंडारण निगम और हैफेड के अलावा नैफेड द्वारा खरीफ फसलों की खरीद की जाएगी. कृषि मंत्री ने बताया कि खरीफ फसलों की निर्बाध खरीद सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में मंडियों की व्यवस्था की गई है. मूंग की खरीद के लिए 16 जिलों में 38 मंडियां, अरहर की खरीद के लिए 18 जिलों में 22 मंडियां, उड़द की खरीद के लिए 7 जिलों में 10 मंडियां, मूंगफली की खरीद के लिए 3 जिलों में 7 मंडियां और तिल की खरीद के लिए 21 जिलों में 27 मंडियां तैयार की गई हैं.