भिवानी: हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन (Haryana Education Ministerial Staff Association) के 15 मई के शिक्षा मंत्री के निवास यमुनानगर पर आक्रोश प्रदर्शन के मध्यनजर मंत्री द्वारा यूनियन प्रतिनिधिमंडल को 17 मई को अपने निवास पर आमंत्रित किया था. इस दौरान हेमसा प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्य प्रधान संदीप सांगवान, महासचिव हितेंद्र सिहाग, कोषाध्यक्ष मुकेश खर्ब और सचिव अनीता ने बताया कि ऑनलाइन ट्रांसफर में एनीवेयर में दूर-दराज बदले गए लिपिकों के समायोजन की मांग पर मंत्री ने माना कि विभाग का मिडिल स्कूलों की एक मात्र लिपिक की पोस्ट को खाली रखना सही नहीं था.
उन्होंने कहा कि पीड़ित लिपिकों को न्याय दिलवाने के लिए अगले सप्ताह अतिरिक्त मुख्य सचिव और डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन के साथ होने वाली बैठक में हल निकाला (justice for clerks in haryana) जाएगा. सहायक के शत प्रतिशत पदों को पदोन्नति से भरने व एस ई टी सी के स्थान पर विभागीय रिफ्रेशर कोर्स करवाने पर भी मंत्री सहमत हुए. मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक से पहले 20 मई को निदेशक सेकेंडरी ने हेमसा को मांग पत्र पर विचार विमर्श के लिए शिक्षा सदन पंचकूला बुलाया है.
हेमसा नेताओं ने कहा कि सालों से आश्वासन पर आश्वासन मिल रहे हैं, लेकिन मुख्यालय द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. बार-बार अपील करने के बावजूद विभाग पिछले 7 सालों से केवल 6 हजार फील्ड मिनिस्टीरियल स्टाफ की सीनियोरिटी लिस्ट तक अपडेट नहीं कर पाया है. इसलिए अब कोरे आश्वासन पर बात बनने वाली नहीं है. उन्होंने एलान करते हुए कहा कि लिपिक का वेतन 35400 रु और पुरानी पेंशन बहाली सीनियोरिटी लिस्ट अपडेट की जाए नहीं तो ट्रांसफर लिपिकों के समायोजन समेत हेमसा के मांग पत्र की एक-एक मांग के समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा.