भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी परीक्षा मार्च-2022 के बोगस स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एसएलसी) व प्रमाण-पत्र वाले परीक्षार्थियों के एनरोलमेंट रद्द कर दिया है. इसके साथ ही इनके परीक्षा परिणाम को भी रोका जा रहा है. यह जानकारी देते हुए बोर्ड अध्यक्ष जगबीर सिंह और सचिव कृष्ण कुमार ने बताया कि हरियाणा राज्य के राजकीय व अराजकीय स्थायी व अस्थाई मान्यता प्राप्त कक्षा 9वीं से 12वीं तक छात्रों के प्रमाण पत्रों के सत्यापान कराये जा रहे हैं. एक टीम का गठन करके उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, झारखंड समेत विभिन्न राज्यों में भेजी जा रही है.
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इसके अतिरिक्त बिहार, मध्यप्रदेश, पश्चिमी बंगाल व नेपाल आदि के परीक्षार्थियों के एसएलसी व प्रमाण-पत्रों का सत्यापन ई-मेल के माध्यम से करवाई गई है. सत्यापन करवाने के बाद 10वीं कक्षा के करीब 100 अराजकीय, स्थाई व अस्थाई मान्यता प्राप्त विद्यालयों के 900 और 7 राजकीय विद्यालयों के 13 परीक्षार्थियों की एसएलसी बोगस पाए गए हैं. इसी प्रकार 12वीं कक्षा के 39 अराजकीय, स्थाई व अस्थाई मान्यता प्राप्त विद्यालयों के 74 और दो राजकीय विद्यालयों के दो परीक्षार्थियों के एसएलसी बोगस मिले.
बोर्ड अध्यक्ष जगबीर सिंह ने कहा कि जिन परीक्षार्थियों के प्रमाण-पत्र बोगस पाए गए हैं, उनके बोर्ड कार्यालय द्वारा जारी किए गए अस्थाई एनरोलमेंट को रद्द कर दिया गया है. ऐसे सभी अराजकीय स्थाई व अस्थाई मान्यता प्राप्त विद्यालयों को नियमानुसार जुर्माना लगाते हुए संबद्धता रद्द करने हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं. उनका परिणाम अंतिम निर्णय तक रोक लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि राजकीय विद्यालयों के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही करने हेतु उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं. तथा उनके भी परीक्षा परिणाम को रोका जा रहा है.
इसके अतिरिक्त कुछ विद्यालयों द्वारा एनरोलमेंट रिटर्न के साथ एसएलसी अपलोड नहीं किए, उन्हें पत्र के माध्यम से शीघ्र दस्तावेज जमा करवाने हेतु लिखा गया है. इसके अलावा करीब दो विद्यालय जिनके द्वारा हरियाणा शिक्षा नियमावली-2003 की उल्लघंना करते हुए निर्धारित आयु से अधिक उम्र के छात्रों को परीक्षा दिलवाई गई उनके परिणाम भी रोक लिये गये हैं.